importance of Neem and jaggery on Gudi Padwa: गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। इस दिन लोग नए साल की शुरुआत करते हैं और अपने घरों में गुड़ी फहराते हैं। इस त्योहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है नीम और गुड़ का प्रसाद। आमतौर पर नीम का नाम सुनते ही मुंह कड़वा हो जाता है। लेकिन गुड़ी पड़वा पर इसे प्रसाद के रूप में खाया जाता है । हम आपको बता रहे हैं क्या कारण है।
नीम और गुड़ का प्रसाद क्यों परोसा जाता है?
गुड़ी पड़वा पर नीम और गुड़ का प्रसाद जीवन के खट्टे-मीठे अनुभवों का प्रतीक है। नीम कड़वा होता है, जो जीवन में आने वाली कठिनाइयों का प्रतीक है, जबकि गुड़ मीठा होता है, जो जीवन में आने वाली खुशियों का प्रतीक है। इस प्रसाद को खाकर लोग जीवन के सभी अनुभवों को स्वीकार करने और उनसे सीख लेने का संकल्प लेते हैं।
आयरन का अच्छा स्रोत: गुड़ में आयरन होता है, जो एनीमिया से बचाव करता है।
पाचन को सुधारे: गुड़ पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
शरीर को ऊर्जा दे: गुड़ में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं।
इम्यूनिटी को बूस्ट करे: गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाए: गुड़ में कैल्शियम और फास्फोरस होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
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