मैनेजमेंट के शीर्ष संस्थानों में प्रवेश के लिए कम्प्यूटर बेस्ड (ऑनलाइन) कैट बुधवार से शुरू हुई। परीक्षा के पहले दिन कई केंद्रों पर हजारों प्रतिभागियों ने परीक्षा दी। पिछली बार की तरह इस बार भी कैट को लेकर प्रतिभागियों के मन में "तकनीकी गड़बड़ी" का डर था, लेकिन पिछली गलतियों से सबक लेकर आयोजक संस्था ने सावधानी रखी और इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। दोनों ही सत्र समय पर शुरू हुए और परीक्षा के दौरान प्रतिभागियों को किसी तरह की समस्या नहीं हुई।
कठिन और नया कुछ नहीं- प्रतिभागियों और विशेषज्ञों की मिली-जुली प्रतिक्रिया के अनुसार प्रश्न पत्र में इस बार नया और कठिन कुछ नहीं था। जिन विद्यार्थियों ने गहराई के साथ नियमित अध्ययन किया होगा, उनके लिए परीक्षा कठिन नहीं रही होगी। जिन विद्यार्थियों ने दूसरी बार परीक्षा दी उन्होंने इसे अपेक्षाकृत स्तरीय और संतुलित बताया।
सभी सेक्शन एक जैसे- ऑनलाइन कैट को लेकर प्रतिभागियों के मन में काफी डर था। अनिकेत चौधरी ने बताया कि परीक्षा समय से शुरू हुई और किसी तरह की कोई असुविधा नहीं हुई। लगभग सभी सेक्शन एक जैसे थे।
कठिन नहीं, लेकिन घुमावदार- आयुष अग्रवाल बताते हैं कि बाहरी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए मैं कैट में शामिल हुआ था और मेरा यह अनुभव अच्छा रहा। इस बार पेपर अच्छे स्तर का था और प्रश्न घुमाकर पूछे गए थे। सभी विषयों में प्रश्न ज्यादा कठिन नहीं थे।
रीजनिंग आसान- मैंने पहली बार कैट दी, उम्मीद है कि मुझे सफलता मिलेगी। सोनिया खत्री ने बताया कि पेपर क्वांटिटेटिव ज्यादा था और लॉजिकल रीजनिंग काफी आसान था। अँगरेजी संबंधी ज्ञान की ज्यादा परख हुई। पेपर स्तरीय था, लेकिन ज्यादा कठिन कुछ नहीं था।
योग्यता को परखने वाला टेस्ट- प्रिया काबरा ने बताया कि मैं बीकॉम कर रही हूँ और सीए बनकर परिवार का बिजनेस बढ़ाना चाहती हूँ। मैंने अपनी योग्यता परखने के लिए ही टेस्ट दिया था। सभी विषयों में प्रश्न न ज्यादा आसान थे और न ही कठिन। पेपर में ज्ञान से ज्यादा योग्यता की परख की गई। (नईदुनिया)