राहुल ने वाराणसी में दिया मोदी को उन्ही के अंदाज में जवाब
राहुल का वाराणसी में मोदी के खिलाफ चुनाव प्रचार
वाराणसी। प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह अमेठी में चुनाव प्रचार कर स्थानीय उम्मीदवार राहुल गांधी पर निशाना साधा था, उसी तरह कांग्रेस महासचिव ने भी शनिवार को वाराणसी में चुनाव प्रचार किया और प्रचार के आखिरी दिन मोदी पर हमला किया। मोदी वाराणसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
गांधी टोपी पहने 43 वर्षीय नेता ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय के साथ मुस्लिम बहुल गोल गद्दा इलाके में अपना रोडशो शुरू किया। राहुल ने अपने वाहन के आसपास खड़े समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
राहुल के रोडशो से पहले कल आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविन्द केजरीवाल ने एक बड़ा रोडशो किया था। दो दिन पहले मोदी ने भी यहां एक रोडशो किया था। राहुल का रोडशो करीब दस किलोमीटर की दूरी तय कर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार के पास लंका में खत्म हुआ। इसी जगह से केजरीवाल और मोदी दोनों ने अपने अपने रोडशो शुरू किए थे।
आज शाम चुनाव प्रचार हो खत्म जाएगा जिसे देखते हुए आखिरी बार प्रचार में जोर लगाते हुए अरविन्द केजरीवाल आज एक और रोडशो कर रहे हैं जबकि सपा नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का भी आज एक रोडशो निर्धारित है।
राहुल के रोडशो में मौजूद नेताओं में गुलाम नबी आजाद, मधुसूदन मिस्त्री, सीपी जोशी और राज बब्बर शामिल थे।
कांग्रेस समर्थकों ने आज तड़के से ही यहां जुटना शुरू कर दिया था। गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘हम जीत के लिए लड़ रहे हैं। हमें अपनी जीत का पूरा भरोसा है।’
अलिखित परंपरा को तोड़ते हुए मोदी ने अमेठी में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन 5 मई को एक रैली को संबोधित किया था जिसमें उन्होंने गांधी परिवार पर जोरदार हमला किया। अमेठी लोकसभा सीट से भाजपा की स्मृति ईरानी राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में हैं।’ नौ चरण वाले लोकसभा चुनावों के आखिरी चरण के तहत 12 मई को वाराणसी में मतदान होगा।
राहुल का काफिला वाराणसी की सड़कों पर झंडा लहराती भीड़ के साथ आगे बढ़ा। उनके काफिले को चारों ओर से पुलिसकर्मियों के एक दल ने घेर रखा है। धूप के तेज होने के साथ कांग्रेस समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे हैं जिनमें से कईयों ने तिरंगे की टोपियां भी लगा रखी हैं।
राहुल को बेनिया बाग इलाके में रोडशो की मंजूरी मिली है जहां चुनाव आयोग ने सुरक्षा कारणों से मोदी को रैली की मंजूरी नहीं दी थी जिससे भाजपा बहुत नाराज है।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘यह चुनाव प्रक्रिया पर एक धब्बा है, जहां प्रधानमंत्री पद के एक उम्मीदवार को उनके निर्वाचन क्षेत्र में रैली करने की मंजूरी नहीं दी गयी। मोदी के लिए सुरक्षा कारणों का हवाला क्यों दिया गया, दूसरे नेता के लिए ऐसा क्यों नहीं किया गया जो वहां चुनाव प्रचार कर रहे हैं?’ जेटली ने कहा, ‘यह अब साफ है कि राजनीतिक कारणों से मंजूरी नहीं दी गयी न कि सुरक्षा कारणों से।’ (भाषा)