Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

प्रियंका ने राहुल की तुलना राजीव से की

हमें फॉलो करें प्रियंका ने राहुल की तुलना राजीव से की
अमेठी , शनिवार, 26 अप्रैल 2014 (16:54 IST)
अमेठी। कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को अपने भाई पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह देश में कम्प्यूटर की शुरुआत करने पर उनके पिता की आलोचना की जाती थी, उसी तरह नई सोच से भरी योजनाएं शुरू करने वाले राहुल की बुराई की जा रही है।
FILE

प्रियंका ने राहुल की उम्मीदवारी वाले क्षेत्र अमेठी स्थित लाला की बाग में आयोजित जनसभा में कहा कि राजीव गांधी ने देश के लिए जो किया, वह उनके गुजर जाने के बाद भी लोगों को फायदा पहुंचा रहा है।

उन्होंने कहा कि जब राजीवजी दूरसंचार क्रांति, कम्प्यूटर की बात करते थे तो तंग नजरिए वालों ने उनका खूब मजाक उड़ाया था। भारत में जब कम्प्यूटर लाए गए तो खूब आलोचना की गई, लेकिन आज जो क्रांति है वह उनकी ही नीतियों की वजह से हुई। इसी तरह से राहुल की दूरदर्शी सोच है और उनकी भी आलोचना की जाती है।

प्रियंका ने कहा कि जैसे राजीवजी ने हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, इंडो गल्फ फर्टिलाइजर्स, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड्डयन अकादमी बनाई, उसी तरह राहुल ने अमेठी में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी को कॉर्पोरेट टर्मिनल के रूप में विकसित किया।

राजीव गांधी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट, राजीव गांधी सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान स्थापित करवाए। उन्होंने राजमार्ग तथा रेलवे के क्षेत्र में काम किया। आने वाले 5-10 सालों में क्षेत्र का तेजी से आर्थिक विकास होगा।

प्रियंका ने कहा कि लोग कहते हैं कि अमेठी में राहुल ने कुछ नहीं किया लेकिन मैं इसे गलत साबित करने के लिए लंबी सूची लाई हूं।

उन्होंने सभा के दौरान अमेठी से भाजपा की प्रत्याशी स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग आपके बीच आते हैं, वोट मांगते हुए कहते हैं कि राहुल ने अमेठी में विकास नहीं किया। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि वर्ष 2009 के बाद क्या वे (स्मृति ईरानी) चांदनी चौक गईं।

मालूम हो कि स्मृति वर्ष 2009 में चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ी थीं और उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।

प्रियंका ने कहा कि अमेठी से मेरा दिल का रिश्ता है। यह मेरे पिता की कर्मभूमि है। आप चाहे जो फैसला लें, मैं यहां से जाने वाली नहीं हूं। मुझे यहां से कोई हटा नहीं सकता। (भाषा)

हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
Share this Story:

वेबदुनिया पर पढ़ें

समाचार बॉलीवुड ज्योतिष लाइफ स्‍टाइल धर्म-संसार महाभारत के किस्से रामायण की कहानियां रोचक और रोमांचक

Follow Webdunia Hindi

विज्ञापन
जीवनसंगी की तलाश है? भारत मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन!