गणेशोत्सव 2022 : इस बार कब होगी श्री गणेश की स्थापना, क्या हैं शुभ संयोग

Webdunia
Ganesh utsav 2022: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार गणेश उत्सव की शुरुआत भाद्रपद अर्थात भादौ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को होती है। कुछ जगह तीन दिन के लिए और कुछ जगह 10 दिन के लिए गणेश स्थापना करने के बाद विसर्जन होता है। सप्तमी या अनंत चतुर्दशी के दिन मूर्ति का विसर्जन होता है।
 
कब होगी गणेश स्थापना : भादौ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी में यानी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 31 अगस्त 2022 बुधवार को गणेश चतुर्थी के दिन मूर्ति स्‍थापना होगी। यह चतुर्थी विनायक चतुर्थी, कलंक चतुर्थी और डण्डा चौथ के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसी दिन गणेशजी का जन्म हुआ था।
पूजा गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त- pooja ganesh sthapana ka shubh muhurat : 
1. गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त : सुबह 11:04:43 से दोपहर 13:37:56 तक।
 
2. चतुर्थी तिथि दोपहर 03:22 तक उसके बाद पंचमी।
 
3. विजय मुहूर्त : दोपहर 02:05 से 02:55 तक।
 
4. गोधूलि मुहूर्त : शाम को 06:06 से 06:30 तक।
 
5. अमृत काल मुहूर्त : शाम को 05:42 से 07:20 तक।
 
6. रवि योग : प्रात: 05:38 से रात्रि 12:12 तक। इस दिन शुक्ल योग भी रहेगा।

7. गणेश प्रतिमा विसर्जन : (अनंत चतुदर्शी) - 9 सितंबर, 2022।
--------------------------------------------------------------------------

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Ganesh Visarjan 2024: गणेश विसर्जन का 10वें दिन का शुभ मुहूर्त 2024, विदाई की विधि जानें

Surya in kanya : 16 सितंबर को सूर्य के कन्या राशि में जाने से 4 राशियों के बुरे दिन होंगे शुरू

Bhadrapada purnima 2024: भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, महत्व, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और अचूक उपाय

Dussehra 2024: शारदीय नवरात्रि इस बार 10 दिवसीय, जानिए कब रहेगा दशहरा?

Surya in purva phalguni nakshatra : सूर्य के पूर्वा फाल्‍गुनी नक्षत्र में जाने से 4 राशियों को होगा धन लाभ

सभी देखें

धर्म संसार

Ganesh utsav 2024: गणेश उत्सव के आठवें दिन के अचूक उपाय और पूजा का शुभ मुहूर्त

14 सितंबर 2024 : आपका जन्मदिन

14 सितंबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

Shradh paksha 2024: श्राद्ध पक्ष आ रहा है, जानिए कुंडली में पितृदोष की पहचान करके कैसे करें इसका उपाय

Kanya sankranti 2024: कन्या संक्रांति कब है, क्या है इसका महत्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

अगला लेख
More