जानें गणेश जी के संबंध में अनसुनी बातें।
श्री गणेश कौन हैं जानें।
गणपति बप्पा के बारे में 10 खास बातें जानिए।
Ganesh chaturthi : पौराणिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। वे भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं और भगवान गणेश के बारे में पुराणों में कई रहस्यों का उल्लेख भी मिलता है, खास कर उनकी उत्पत्ति और सिर को लेकर गहरी और अद्भुत जानकारी पढ़ने को मिलती है। लेकिन हम यहां आपको बता रहे हैं भगवान श्री गणेश के संबंध में 10 ऐसी विशेष बातें जो आपने अब तक नहीं सुनी होगी।
जानें विनायक/ गणेश/ गणपति के बारे में 10 अनसुनी रोचक बातें
1. श्री गणेश का असली नाम विनायक है। गणों के मुखिया होने के कारण उन्हें गणेश या गणपति कहते हैं।
2. गणेश जी के प्रत्येक अवतार का रंग अलग-अलग है परंतु मान्यतानुसार शरीर का मुख्य रंग लाल तथा हरा है।
3. पुराणों में गणेश जी के 64 अवतारों का वर्णन मिलता है।
4. गणेश जी के भाई कार्तिकेय के अलावा अन्य भाइयों के नाम ये हैं- सुकेश, जलंधर, अयप्पा, भूमा, अंधक और खुजा।
5. श्री गणेश जी की बहन का नाम अशोक सुंदरी है। इसके अलावा मां ज्वालामुखी और मनसादेवी भी उनकी बहनें हैं।
6. भगवान श्री गणेश के 12 प्रमुख नाम हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लम्बोदर, विकट, विघ्ननाशक, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचन्द्र और गजानन हैं।
7. गणेश जी सतयुग में सिंह, त्रेता में मयूर, द्वापर में मूषक और कलिकाल में घोड़े पर सवार बताए जाते हैं।
8. गणेश जी की पत्नियां रिद्धि और सिद्धि हैं। उनके पुत्र लाभ और शुभ तथा पोते आमोद और प्रमोद हैं। पुत्री का नाम मां संतोषी हैं।
9. गणेश जी को पौराणिक पत्रकार या लेखक भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने ही 'महाभारत' का लेखन किया था।
10. रामभक्त हनुमान जी की तरह ही गणेश जी को सभी देवताओं की शक्तियां प्राप्त हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।