G20 summit: भारत में G20 summit आयोजन के बाद पूरी दुनिया में इसे लेकर सुर्खियां हैं। वहीं, जिस तरह से यह आयोजन सफल रहा ऐसे में पीएम मोदी के नाम की भी खूब चर्चा है।
इस आयोजन के बाद अब पीएम मोदी की लोकप्रियता की भी चर्चा है। अमेरिका में उनकी लोकप्रियता हो या उनके भाषणों पर स्टैंडिंग ओवेशन। शशि थरूर का तारीफ करना हो या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का ऑटोग्राफ मांगना हो। मोदी की लोकप्रियता की खबरें आती रहती हैं।
अब जी-20 की हिस्सा बनीं वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) की डायरेक्टर जनरल नगोजी ओकोन्जो-इवेला पीएम नरेंद्र मोदी की मुरीद हो गई हैं। पीएम मोदी से मुलाकात में उन्होंने लंबी बातचीत की। इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी से उनके ऊपर लिखी गई मोदी@2.0: ड्रीम्स मीट डिलीवरी किताब की एक कॉपी पर ऑटोग्राफ भी लिया।
भारत में राजधानी दिल्ली में स्थित भारत मंडपम में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान और इटली सहित कई देशों के राष्ट्र प्रमुख और अंतरराष्ट्रीय संगठन के चीफ ने हिस्सा लिया था। यह आयोजन सफल भी रहा। इस दौरान वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) की डायरेक्टर जनरल नगोजी ओकोन्जो-इवेला ने मोदी पर लिखी किताब पर ऑटोग्राफ लिया।
बाइडेन भी जता चुके हैं इच्छा : पीएम मोदी को पसंद करने वालों की फेहरिस्त में नगोजी ओकोन्जो-इवेला कोई पहला नाम नहीं है। इसके पहले इसी साल मई के महीने में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लेने की इच्छा जताई थी। जो बाइडन ने कहा था, अमेरिका में आपकी बहुत लोकप्रियता है। मुझे आपका ऑटोग्राफ चाहिए।
शशि थरूर हुए मोदी के मुरीद : इतना ही नहीं, विपक्ष के नेता भी पीएम मोदी की खुलकर तारीफ कर रहे हैं। सोमवार को ही कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जी20 सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए मोदी सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन मोदी सरकार की कुटनीति की जीत है।
अमेरिका में लोकप्रिय हैं मोदी : जून के महीने में अमेरिकी दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू देखने को मिला था। पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था। पीएम मोदी के संबोधन के बाद अमेरिकी सांसद उनके ऑटोग्राफ के लिए लाइन में लगे रहे। साथ ही उनके भाषण के दौरान जमकर तालियां बजती रहीं। अमेरिकी सदन में पीएम मोदी 12 बार सांसदों की तरफ से स्टैंडिंग ओवेशन मिला था।
Edited by navin rangiyal