जब भी हम कई घूमने की प्लानिंग करते हैं तो किसी पहाड़ी चोटी, कोई बीच या अन्य किसी प्राकृतिक स्थान के नाम पर मोहर लगाते हैं। हर स्थान की एक अलग अनुभूति हमें मिलती है। एकांत, प्रकृति और रोमांच इन सभी को यदि एक ही स्थान पर प्राप्त करने की अभिलाषा हो तो हमें जंगलों से बढ़िया विकल्प कोई दोसरा नहीं मिलता है। जंगल भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं, जो अपनी किसी एक विशेष बात के लिए प्रख्यात होते हैं। भारत के दक्षिण में भी एक ऐसा ही जंगल है जो बटरफ्लाई फारेस्ट के नाम से फेमस है।
कहां है यह तितलियों का जंगल
दक्षिण भारत में अनेक घने और बड़े जंगल हैं। वहां यह बटरफ्लाई फारेस्ट 'बिस्ले घाट' नाम से चर्चित है। इस बिस्ले घाट में सैंकड़ों प्रकार की हजारों तितलियों की दुनिया है। जहां मानसून के दौरान प्रवासी तितलियां भी आती है। कर्णाटक राज्य के हासन जिले के सकलेशपुर क्षेत्र में यह खूबसूरत बिस्ले घाट जंगल है। यहां बीएस या ट्रैन के माध्यम से आया जा सकता है। यह बिस्ले घाट बेंगलुरु से 250 किलोमीटर की दूरी पर है। आप चाहें तो वहां से सीधे भी आ सकते हैं।
क्या है इस बिस्ले घाट की विशेषताएं
इस सूंदर वन क्षेत्र में आपको तितलियों की सैंकड़ों प्रजातियां देखने को मिलेगी जिसमें बल्कि पैरट, डिंगी स्विफ्ट, स्पॉटेड पैरोट, प्लेन टाइगर, प्लेन ब्लू, कम्यून कैस्टर इत्यादि शामिल है। तितलियों के साथ-साथ यहां अनेक प्रकार के पक्षी भी आपको देखने को मिलेंगे। यहां जंगल के बीच से एक नदी भी गुजरती है। इस जंगल में कई स्थान पर व्यू पॉइंट्स भी बना रखे हैं। यहां कई प्रकार की एक्टिविटीज भी होती है। यहां आप दोपहिया या कार से भी घूम सकते हैं। यहां बहने वाली नदी में आप बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। यह ट्रैकिंग के लिए भी अच्छा स्थान है। यहां सप्ताह के अंत में सैंकड़ों लोग घूमने आते हैं।
कब जाना चाहिए यहां
इस बिस्ले घाट में घूमने जाना चाहते हैं तो सबसे अच्छा मौसम बारिश का होगा। बारिश में यहाँ आपको पक्षियों की भी अलग-अलग प्रजातियां देखने को मिली बस अपना दूरबीन साथ ले जाना ना भूलें।