सेंटपीटर्स बर्ग। फीफा विश्वकप फुटबॉल का आगाज 14 जून से होने जा रहा है और इस वक्त रूस ही नहीं पूरा यूरोप और एशिया फुटबॉल के रंग में डूबा नजर आ रहा है। विश्व कप का फाइनल 15 जुलाई को खेला जाएगा और जिस टीम के सिर भी विश्व विजेता का 'ताज' सजेगा, उस टीम को पुरस्कार के रूप में मिलेंगे 38 मिलियन यूएस डॉलर यानी भारतीय रुपए में यह राशि 2 अरब 56 करोड़ 13 लाख 14 हजार रुपए होगी।
विश्व कप में उपविजेता टीम को 28 मिलियन यूएस डॉलर (1 अरब 88 करोड़, 72 लाख 2 हजार 800 रुपए),
तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 24 मिलियन डॉलर (1 अरब, 61 करोड़, 78 लाख 40 हजार रुपए),
चौथा स्थान पाने वाली टीम को 22 मिलियन डॉलर ( 1 अरब, 48 करोड़ 30 लाख 20 हजार रुपए) की पुरस्कार राशि मिलेगी। अंतिम आठ, अंतिम 16 तथा पहले दौर में बाहर होने वाली टीमें भी करोड़ों रुपयों से मालामाल होंगी।
क्रिकेट बेशक भारतीय उप महाद्वीप में बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो सकता है लेकिन फुटबॉल की लोकप्रियता का आलम ये है कि इस खेल को दुनिया के 200 से भी ज्यादा देश खेलते हैं। पिछले दिनों इंडियन प्रीमियर लीग की तुलना चैम्पियंस लीग फुटबॉल से की गई तो हैरतअंगेज आंकड़े सामने आए।
इंडियन प्रिमियर लीग में जहां सिर्फ 8 टीमें थी, वहीं दूसरी ओर चैम्पियंस लीग फुटबॉल में 32 टीमों ने शिरकत की। आईपीएल विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स को जहां 20 करोड़ की पुरस्कार राशि मिली तो चैम्पियंस लीग की चैम्पियन रियल मैड्रिड को 716 करोड़ की राशि प्रदान की गई। आईपीएल को 125 करोड़ लोगों ने देखा तो चैम्पियंस लीग को देखने वाले दर्शकों की संख्या 350 करोड़ थी।
क्रिकेट और फुटबॉल के खिलाड़ियों में कितना जमीन आसमान का फर्क है, इसका अंदाज यहीं से लगाया जा सकता है कि जहां विराट कोहली 17 करोड़ रुपए के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं तो वहीं दूसरी ओर सुपर स्टार नेमार की कीमत 620 करोड़ रुपए है।