14 जून से रूस में शुरू होने वाले फीफा विश्व कप की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही है। रूस इसकी तैयारियों में कोई कसर नही छोड़ रहा है। इतने बड़े आयोजन के लिए यह देश पूरी तरह तैयार है। इस आयोजन को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुद अपने आत्मसम्मान की तरह लेकर तैयारियां करवा रहे हैं, ताकि कोई कमी ना रह जाए। रूस ने कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों की मेजबानी की है। लेकिन वह फीफा वर्ल्डकप जैसे बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी वह पहली बार करने जा रहा है।
फीफा विश्व कप 2018 की मेज़बानी मिलने के बाद पुतिन पहले ही कह चुके है कि उनके देश में होने वाला विश्व कप अविस्मरणीय होगा। सोवियत संघ के विघटन के बाद यह रूस का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है इसलिए पुतिन इसे हल्के में नहीं ले रहे हैं। पुतिन ने विश्व कप की तैयारियों के लिए जमकर वित्तीय सहायता मुहैया कराई है। पुतिन ने विश्व कप के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे हैं। दुनियाभर से आने वाले फुटबॉल प्रशंसकों के लिए भी ख़ास इंतजाम करवाएं हैं।
वही पुतिन ने एक और फैसला लेते हुए 2018 विश्व कप के मैचों को देखने के लिए रूस आने वाले विदेशी दर्शकों को वीजा की प्राथमिकता समाप्त की है। उन्हें पहचान पत्र, मैच का टिकट या टिकट की खरीद की पुष्टि करने वाले दस्तावेज आदि पेश करना होगा।
फीफा विश्व कप 2018 की मेंज़बानी प्राप्त करने के लिए रूस पर कथित तौर पर बेईमानी और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थें, जिसे पुतिन ने सिरे से नकार दिया था। रूस को मेज़बानी प्राप्त करने के लिए हुई वोटिंग में 13 मत मिले थें। ऐसे में अब यह आयोजन रूस के राष्ट्रपति की नाक का बाल बन गया है।
14 जून से 15 जुलाई तक रूस के 11 शहरों के 12 स्टेडियमों में फीफा विश्व कप के मैच खेले जाएंगे। फुटबॉल को विश्व में सबसे लोकप्रिय खेल के रूप में देखा जाता है। 1930 के बाद से हर साल फीफा विश्व कप का आयोजन हो रहा है। इस उच्च स्तरीय टूर्नामेंट की मेजबानी रूस के लिए सम्मान की बात होगी।