मास्को। शानदार फार्म में चल रही बेल्जियम शनिवार को ट्यूनीशिया के खिलाफ खेलेगी तो उसकी नजरें अंतिम 16 में जगह बनाने पर लगी होगी ताकि इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी मैच करो या मरो का नहीं रहे। बेल्जियम को आखिरी ग्रुप मैच में 28 जून को इंग्लैंड से खेलना है।
पहले मैच में बेल्जियम ने पनामा को 3-0 से हराया था जिसमें रोमेलू लुकाकू ने दो गोल किए। स्टार फारवर्ड एडेन हाजार्ड को हालांकि पनामा के डिफेंडरों ने बांधे रखा। बेल्जियम के कोच राबर्टो मार्तिनेज ने उम्मीद जताई कि चेलसी के इस स्टार का भी वहीं हश्र नहीं होगा।
बेल्जियम के स्पेनिश कोच ने कहा, 'यह चिंता की बात है। उसे चोट भी लग सकती थी। उसे रोकने के लिए वे किसी भी हद तक जाने को तत्पर थे।'
बेल्जियम की टीम अभी तक विश्व कप में किसी अफ्रीकी टीम से नहीं हारी है जबकि ट्यूनीशिया ने टूर्नामेंट में किसी यूरोपीय टीम को नहीं हराया है। अनुभवी ओसामा हदादी टीम में अली मालोल की जगह लेंगे।
कोच ने पहले मैच में इंग्लैंड से 2-1 से हारी ट्यूनीशिया के बारे में कहा कि वह काफी निर्भीक टीम है। खिलाड़ियों का आपसी तालमेल बेहतरीन है और वे जबर्दस्त ऊर्जावान है।
हाजार्ड ने कहा, 'हम जीतना चाहते हैं ।हम पहला मैच जीते और कल दूसरा भी जीतेंगे । हमारी रणनीति मैच दर मैच है।'
दुनिया की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम पिछले विश्व कप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी। उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1986 में मैक्सिको में रहा जब वह सेमीफाइनल खेली थी।
ट्यूनीशिया से उसे कड़ी चुनौती मिलेगी जो अफ्रीकी देशों की लाज रखने के इरादे से उतरेगी। मिस्र और मोरक्को पहले ही बाहर हो चुके हैं। (भाषा)