लौकी का हलवा बहुत आसानी से और कम समय में बन जाने वाली मिठाई है। आजकल गर्मी के मौसम में हमारी बगिया में जब यह पहली लौकी आई तो लगा कि शुरुआत कुछ मीठे से की जाए। लौकी का हलवा वैसे तो बिना दूध और खोये के भी बहुत स्वादिष्ट लगता है। लेकिन हम यहां आपको खोये के साथ और खोये के बिना दोनों तरह से लौकी का हलवा बनाना बता देते हैं। तो आप अपनी सहूलियत और स्वाद के अनुसार बनाएं यह लौकी का हलवा। इस मिठाई की एक और खासियत है कि यह फलाहारी है और व्रती लोग भी खा सकते हैं, तो आप इसे सावन के सोमवार के अवसर पर भी बना सकते हैं।
• 3 बड़े चम्मच घी
• 500 ग्राम/ 1 मध्यम लौकी
• 1 बड़ा चम्मच पिस्ता
• 8 बादाम
• 8 काजू
• 1/3 कप शकर
• 1/3 कप खोया/ मावा
• हरी इलायची 2
बनाने की विधि :
1. लौकी का मोटा डंठल हटाकर इसका छिल्का हटा लें। अब इसे धोकर कद्दूकस कर लें। अगर लौकी में बीज हैं तो उसे हटा दें। 500 गर्म की 1 लौकी को घिसने पर तकरीबन 4 कप घिसी लौकी मिलती है।
2. हरी इलायची के छिल्के उतारकर बीज को दरदरा कूट लें।
3. मेवा (काजू, बादाम, पिस्ता इत्यादि) को महीन-महीन कतर लीजिए।
4. एक भारी तली की कड़ाही में घी गरम कीजिए। घिसी हुई लौकी को मध्यम आंच पर भूनें। लौकी को गलने में लगभग 15 मिनट लगते हैं तो आप बीच-बीच में चलाते हुए लौकी को गलने तक मध्यम आंच पर पकाएं।
5. गलने के बाद लौकी आधी रह जाएगी और नीचे लगी फोटो के जैसी दिखेगी।
6. अब कटे हुए मेवे (बादाम, पिस्ता और काजू) और शकर को लौकी में अच्छे से मिलाएं और शकर द्वारा छोड़े गए पानी के सूखने तक अच्छे से पकाएं। इस प्रक्रिया में लगभग 5 मिनट का समय लगता है।
7. खोये को कद्दूकस कर लें। अब कसे हुए खोये को लौकी के हलवे में मिलाएं। 1 मिनट के लिए पकाएं। लौकी का हलवा अब तैयार है।
8. कूटी हुई इलायची मिलाएं।
कुछ नुस्खे/टिप्स :
लौकी का हलवा बिना खोये के भी बहुत स्वादिष्ट लगता है, तो अगर आप चाहें तो खोये के बिना भी इस हलवे को बना सकते हैं।