गाजियाबाद। किसान कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ लंबे समय से किसान लामबंद हैं। बीती 26 जनवरी को दिल्ली मैं ट्रैक्टर मार्च परेड में किसान और पुलिस में संघर्ष हुआ जिसके चलते गाजीपुर बॉर्डर पर 27 जनवरी 2021 से पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रखी थी। इस बैरिकेटिंग के कारण 1 माह से आमजनों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। इसी के चलते मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस ने नेशनल हाईवे 9 की एक लेन खोल दी है।
दिल्ली से बाहर आने वाले सभी प्रकार के लिए ट्रैफिक की एक लेन खोली गई है। गाजीपुर बॉर्डर पर 27 जनवरी के बाद से सभी लेन को सील कर दिया गया था। एक तरफ की लेन खुलने से दैनिक यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। दैनिक राहगीर कई किलोमीटर चलकर अपने गंतव्य पर पहुंचते थे जिसमें श्रम, मूल्य और समय अधिक लगता था।
वहीं बीते सोमवार को बहादुरगढ़ (झज्जर) से लगे गांव झाड़ौदाकलां के किसानों का धैर्य जवाब दे गया है। उन्होंने आंदोलन के कारण बंद झाड़ौदा बॉर्डर खुलवाने की मांग को लेकर जाम भी लगाया। इन किसानों का कहना था कि बॉर्डर बंद होने के चलते उनकी गोभी की फसल खराब हो गई है। किसान अपनी फसल को सब्जी मंडी तक नहीं ले जा पा रहा है। गोभी पहले 10-12 रुपए किलो के हिसाब से बिकती थी, अब 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है। बहादुरगढ़ के किसानों को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने 3 दिन का आश्वासन दिया है कि वे बॉर्डर खोल देंगे।
फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली की सीमा से बाहर आने वाले लोगों को राहत मिल गई है, वहीं आने वाले समय में दिल्ली से जुड़ीं अन्य सीमाओं पर लगी बैरिकेटिंग हटने से किसानों और राहगीरों को राहत मिलने की उम्मीद है।