नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दामों में भारी कमी के बाद देश में एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं। क्रूड ऑयल की कीमत 81 रुपए से कम है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि देश में कितना सस्ता हो सकता है पेट्रोल डीजल और देश में इनके दाम कब घटेंगे? हालांकि यह कटौती एक मुश्त ना होकर धीरे-धीरे होगी। देश में आखिरी बार पेट्रोल-डीजल के दाम मई में कम हुए थे। उस समय सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए एक्साइज ड्यूटी कम कर दी थी।
कच्चे तेल की कीमत में बड़ी गिरावट से इंडियन बास्केट में कच्चे तेल की औसत कीमत घटकर 82 डॉलर प्रति बैरल रह गई है। मार्च में ये 112.8 डॉलर थी। इस हिसाब से 8 महीने में रिफाइनिंग कंपनियों के लिए कच्चे तेल के दाम 31 डॉलर कम हो गए हैं।
राहुल ने उठाए सवाल : राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा कि पिछले 6 महीनों में, कच्चा तेल 25% से ज़्यादा सस्ता हो गया है। देश में पेट्रोल-डीज़ल के दाम 10 रुपए से ज़्यादा घटाए जा सकते हैं, लेकिन सरकार ने 1 रुपया भी कम नहीं किया।
क्यों कम हो रहे हैं क्रूड के दाम : कहा जा रहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती, बाजार में रूसी तेल के आने और चीन में एक बार फिर कोरोना मामले में तेजी के बाद सत्ता विरोधी प्रदर्शनों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड के दाम कम हो रहे हैं।
क्या सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल : पहले सरकार का कहना था कि पेट्रोल कंपनियों को डीजल पर 4 रुपए प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। हालांकि बयान के बाद से ब्रेंट क्रूड की कीमतें 10 प्रतिशत गिर गई है। इस वजह से डीजल पर भी तेल कंपनियां भी अब मुनाफे में आ गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले समय में तेल कंपनियां धीरे-धीरे पेट्रोल डीजल के दाम कम करेंगी।
अब पेट्रोल कंपनियों की बारी : सरकार पहले भी 2 बार करों में कटौती कर लोगों को राहत दे चुकी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि अब सरकार नहीं बल्कि तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दाम घटाएगी।
बहरहाल अब क्रूड सस्ता होने के बाद लोग उम्मीद कर रहे हैं कि देश में पेट्रोल डीजल के दाम तेजी से कम होंगे। इस कदम से देश में बढ़ती महंगाई पर भी काबू पाया जा सकता है।