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कब है देवशयनी एकादशी, 5 काम भूलकर भी न करें

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वर्ष 2023 में देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2023) दिन बृहस्पतिवार, 29 जून को पड़ रही है। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ मास की एकादशी अत्यंत पवित्र तिथि है। यह तिथि इतनी शुभ मानी गई है कि आपके मन, कर्म और वचन की थोड़ीसी अशुद्धि भी जीवन में परेशानी का कारण बन सकती है।

इस दिन तन, मन से पवित्रता को बनाए रखने के पूरे प्रयास करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार कुछ ऐसे कार्य हैं, जो एकादशी के दिन बिलकुल भी नहीं किए जाने चाहिए...। 
 
तो आइए यहां जानते हैं कौनसे 5 काम हैं, जो एकादशी के दिन कतई नहीं करने चाहिए। पढ़ें खास जानकारी- 
 
1. एकादशी की पूरी रात जाग कर भगवान श्री विष्णु की भक्ति करनी चाहिए। इस रात्रि को सोना नहीं चाहिए। भगवान विष्णु की तस्वीर के पास बैठकर भजन-कीर्तन में समय व्यतीत करते हुए जागरण करना चाहिए। इससे श्रीहरि की अनन्य कृपा प्राप्त होती है।
 
2. एकादशी के दिन पान नहीं खाना चाहिए, बल्कि मनुष्‍य को सात्विक आचरण, विचारों में पवित्रता के साथ श्री नारायण की भक्ति में मन लगाना चाहिए। क्योंकि एकादशी के दिन पान खाना वर्जित माना गया है, यह मन में रजोगुण की प्रवृत्ति को बढ़ाता है। 
 
3. एकादशी पर दातून (मंजन), पेस्ट करने की मनाही है। इस निषेध के शास्त्रसम्मत कारण नहीं मिलते हैं। लेकिन इस दिन लकड़ी की छाल दातून के प्रयोग में लानी चाहिए, ऐसी मान्यता है। 
 
4. एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए, इस दिन स्त्रीसंग करना वर्जित है, क्योंकि इससे मन में विकार उत्पन्न होकर प्रभु भक्ति से ध्यान भटक जाता है। 
 
5. इस दिन क्रोध, हिंसा, जुआ, चोरी, परनिंदा, किसी की चुगली नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से मान-सम्मान में कमी आ सकती है। तथा कई बार अपमानित भी होना पड़ सकता है। इसलिए सिर्फ एकादशी ही नहीं अन्य दिनों में भी इन बातों से बचने का प्रयास करना उचित रहता है। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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