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शब्दों की महत्ता और शब्द उल्लास का आरंभ: वेबदुनिया के 23 साल पूरे होने पर अनूठी प्रस्तुति

हमें फॉलो करें शब्दों की महत्ता और शब्द उल्लास का आरंभ: वेबदुनिया के 23 साल पूरे होने पर अनूठी प्रस्तुति
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संदीपसिंह सिसोदिया

शब्दों से वाक्य और वाक्य से विचार बनाते हुए विश्व के प्रथम हिन्दी पोर्टल वेबदुनिया ने जो सुहाना सफर आरंभ किया था उसे 23 सितंबर 2022 को 23 साल हो रहे हैं...
 
वेबदुनिया का स्थापना दिवस है आज, 23 सितंबर 1999 से आरंभ विश्व के प्रथम हिन्दी पोर्टल वेबदुनिया के 23 सालों के सफर के हम सब साक्षी हैं। इतने सालों में चुनौतियां चारों तरफ से आई लेकिन वेबदुनिया का कारवां सुधी पाठकों के स्नेह की दौलत से समृद्ध होता रहा, आगे बढ़ता रहा....
 
संत कबीर के शब्दों में कहा जाए तो...
 
‘साधो, शब्द साधना कीजै
जासु शब्द ते प्रगट भए सब, शब्द सोई गहि लीजै।
शब्दहिं गुरु शब्द सुनि सिख भये,शब्द सो विरला बूझै।’

शब्द-साधना, जी हां कबीर ने शब्दों की साधना का जो दिव्य मंत्र दिया था, हम सभी मीडिया साथी उसी मंत्र के उपासक हैं। भारतीय दर्शन में ‘शब्द’ को ‘ब्रह्म’ कहा गया है। शब्दों की महत्ता असीम है। एक शब्द आपकी जिंदगी बदल सकता है, एक शब्द आपको तबाह भी कर सकता है। अर्थात शब्द तारक है तो मारक भी है। शब्द जख्म है तो मरहम भी है।

हम मीडिया के लोग शब्दों से खेलते हैं रात दिन, इसलिए शब्दों के इस्तेमाल के प्रति हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। एक-एक शब्द से हम अपनी सोच को प्रदर्शित करते हैं। एक-एक शब्द से हम किसी की सोच को प्रभावित करते हैं। दो मीठे बोलों से करोड़ों दिलों पर राज किया जा सकता है। उसे अपना बनाया जा सकता है। समूची दुनिया जीती जा सकती है। शब्द ही है जो राहत भी दे सकता है और आहत भी कर सकता है।

23 सालों से 8 भारतीय भाषाओं की गरिमा के साथ हम इसी शब्द-शक्ति और शब्द-संयम का संतुलन साध रहे हैं। इस दौरान हम और आप देश-दुनिया के कई राजनीतिक बदलावों के साक्षी बने, बनते-बिगड़ते समीकरण हमने समझे और समझाए, देश की जनता के लिए उनका वस्तुपरक विश्लेषण किया, हमने सामाजिक आंदोलन देखे। तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य पर भी नजर बनाए रखी और उनके दूरगामी परिणामों पर चिंतन भी किया।

यहां तक कि कोरोना महामारी के मारक असर को भी भांपकर सुरक्षा की दृष्टि से सही समय पर अपने यूजर्स के साथ साथी कर्मचारियों को भी सचेत किया। देश-विदेश से सूचना ग्रहण कर, प्रतिष्ठित व भरोसेमंद चिकित्सकों की टीम से परामर्श कर सही जानकारी, सही समय पर पंहुचाने का पूरा प्रयास किया।
 
किंतु इसी कोरोना काल में हमने एक बात बड़ी शिद्दत से महसूस की कि शब्द की ताकत क्या है, शब्द की मारक क्षमता क्या है। यह शब्द ही है जो आपको डरा‍ता है और यह शब्द ही है जो आपको ढांढस बंधाता है, हिम्मत देता है, रोशनी और रास्ता देता है।

पाठकों से मिल रहे फीडबैक और संपादकीय विभाग के साथ लगातार विचार-विमर्श, आकलन के पश्चात हमने यह निष्कर्ष निकाला है कि निरंतर नकारात्मक, कड़वे और डरावने शब्दों के अत्यधिक प्रचलन ने आम जनमानस पर बहुत बुरा असर डाला है। फेक न्यूज, हेट स्पीच से समाज में न सिर्फ कटुता बढ़ी है बल्कि बच्चों और युवाओं पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। उनकी भाषा से लेकर व्यक्तित्व तक पर ऐसे नकारात्मक शब्द हावी हो गए हैं जो उनके चरित्र निर्माण के साथ देश-समाज के विकास में भी बाधक बन रहे हैं।
 
यह एक गंभीर चिंता का विषय है और चिंतन का भी। हमेशा की तरह आपकी वेबदुनिया इस चिंता पर चिंतन के पश्चात सरल, सुंदर, सार्थक और सकारात्मक शब्दों की एक सशक्त श्रृंखला लेकर आ रही है। 'शब्द उल्लास' नाम से प्रस्तुत की जाने वाली इस श्रृंखला में हमने कुछ ऐसे ही शब्द सूचीबद्ध किए हैं जो जनमानस को ठंडक देते हैं, उनमें जीवन के प्रति आशा जगाते हैं, उनमें उत्साह का संचार करते हैं, उनके सपनों में रंग भरते हैं।

सोशल मी‍डिया में शब्दों को लेकर की जा रही लापरवाही को देखते-सोचते-समझते हुए ही वेबदुनिया ने बीड़ा उठाया है सुंदर, सार्थक और सकारात्मक शब्दों की एक ऐसी श्रृंखला प्रस्तुत करने का जो व्यक्ति के भीतर अच्छे भावों की सरिता बहा दे, अच्छे विचारों की आकर्षक दुनिया सजा दे। ताकि देशहित में हर नागरिक सोचे कि निरंतर अच्छे, सकारात्मक शब्द आज की कितनी बड़ी जरूरत है और इसे नियमित अपने जीवन में शामिल करना कितना महत्वपूर्ण है....

'शब्द उल्लास' के माध्यम से प्रति सप्ताह एक सकारात्मक शब्द का चयन कर हम उसके अच्छे और दूरगामी असर पर बात करेंगे। इस काम में हमारे साथ टीम के अलावा भाषाविद्, मनोवैज्ञानिक और विद्वान भी जुड़ेंगे और हमारे सुधी पाठक गण भी....जल्द ही वेबदुनिया शब्दों की इस खुशनुमा सौगात के साथ आपके समक्ष होगा...

साथ ही वेबदुनिया आज अपने हर उस हाथ और साथ का 'शाब्दिक अभिनंदन' करता है जिसने धरा पर बीज रोपते समय मिट्टी का एक कण भी पूरी श्रद्धा के साथ अर्पित किया और 23 सालों के युवा वृक्ष के निरंतर सिंचन में अपने हिस्से में आए कर्म और दायित्व का पूरी शिद्दत के साथ निर्वहन किया।

आप सभी को वेबदुनिया के सफल 23 वर्षों की बधाई, शुभकामनाएं... सदा की तरह अपना साथ, स्नेह और विश्वास बनाए रखें....

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