कोरोना काल में दशहरा मिलन कहीं भारी ना पड़ जाए, रखें ये सावधानी

अनिरुद्ध जोशी
कोरोना काल में व्रत एवं त्योहार में सावधानी रखने की बहुत जरूरत है। वैसे ही रावण दहन के दिन तो लोगों का हुजूम अपने आसपास के किसी सार्वजनिक रावण दहन स्थल पर एकत्र होता है जहां आतिशबाजी के बाद नियत समय पर रावण दहन के बाद लोग एक दूसरे से गले मिलकर बच्चों को दशहरी देते हैं। कई लोग तो रावण दहन के बाद ही लौटते वक्त ही अपने परिचितों तथा रिश्तेदारों के घर शमी के पत्तों के साथ शुभकामनाएं देने पहुंच जाते हैं। मिलने वाले को शमी के पत्ते देकर उसके घर में सुख-समृद्धि तथा खुशियां आने की कामना की जाती हैं, परंतु रावण दहन के दूसरे दिन दशहरा मिलन कार्यक्रम का आयोजन होता है। 
 
रावण दहन के दूसरे दिन कई परिवार और कुटुंब के लोग एक जगह एकत्रित होकर दशहरा मिलते हैं। कुछ समाज के लोग भी दशहरा मिलन कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। कई जगहों पर दशहरे के अगले दिन 'बासी दशहरा मिलन' की परंपरा भी है, परंतु कोविड-19 के खतरे के चलते कहीं दशहरा मिलन भारी ना पड़ जाए इसके लिए सावधनी जरूर रखें।
 
आजकल सुविधानुसार इस बासी दशहरे को कई बार हफ्तों लंबा भी खींच लिया जाता है। इसके पीछे मूल उद्देश्य अपने मित्रों, रिश्तेदारों व परिचितों के साथ मिलकर बैठना और अच्छा समय बिताना होता है जिसकी आज के भागते-दौड़ते वक्त में और भी जरूरत होती है परंतु कोरोना की महामारी ने यह सुख भी छीन लिया है। ऐसे में खुद की और अपने बच्चों की सुरक्षा हेतु दशहरा मिलन समारोह में उत्साहित न हों और यह ना सोचे की कोराना समाप्त हो गया है। हाथ धोना, मास्क और दो गज की दूरी ही वैक्सीन है। कई लोग इसे सामान्य फ्लू या सर्दी जुकाम समझने की भूल कर रहे हैं तो यह सोचकर खुद को और दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं। 
 
रखें ये सावधानी : 
1. अपने परिवार के बीच ही रहें और अपने रिश्तेदारों के घर जाने से बचें। जरूरी नहीं है कि आप सभी से मिलेजुले। इसलिए इस बार का दशहरा अपने घर में ही अपने बच्चों के साथ और परिवार के साथ मनाएं।
 
2. आजकल तो वीडियो कॉलिंग का जमाना है तो क्यों नहीं वर्जुअल तरीके से ही मनाएं 'बासी दशहरा मिलन' समारोह।
 
3. यदि बहुत ही जरूरी है बाहर जाना तो बाहर जाते वक्त साथ में सैनिटाइजर जरूर रखें और मास्क लागाकर ही जाएं। किसी भी वस्तु को ना छुएं यदि गलती से छू लिया हो तो सैनिटाइजर का उपयोग करें। भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें। सार्वजनिक स्थानों पर थूकें नहीं और ना ही शौचालय पर जाएं।
 
4. जब तक घर लौटकर अच्छे से हाथ नहीं धो लें तब तक हाथों को आंख, मुंह और कान के पास ना ले जाएं।
 
5.कहीं भी जाएं तो लोगों से दो गज की दूरी बनाकर रखेंगे तो निश्‍चित ही आप इस महामारी से बचें रहेंगे।

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