Diwali 2023: दिवाली का पांच दिनी उत्सव धनतेरस से प्रारंभ होकर भैई दूज पर समाप्त होता है। इन दिनों में ढेर सारे मीठे, नमकीन और चटपटे पकवान बनाए जाते हैं। धनतेरस से लेकर भाई दूज तक का समय सभी देवी और देवताओं की पूजा करने और उन्हें पकवान अर्पित करने का रहता है। यदि आप पकवान बना या खा रहे हैं तो इन दिनों में भूलकर भी इन 5 चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
1. तामसिक भोजन : इन दिनों में मांस, मटन, चिकन या मछली का सेवन न करें, क्योंकि यह पवित्र त्योहार है। दिवाली पर ताजा चीजें खाते हैं, बासी या सूखी चीजें भी नहीं खाना चाहिए।
2. खिचड़ी : इन पांच दिनों में खिचड़ी का सेवन नहीं करते हैं। घर में खिचड़ी नहीं बनाएं।
3. मूंग की सादी दाल : मूंग की सादी दाल, जो अक्सर बीमार होने पर खाई जाती है।
4. उड़द की सादी दाल : उड़द की दाल भी नहीं खाई जाती है।
5. फीका भोजन : यह खुशियों का त्योहार है। इसलिए दिवाली पर फीका नहीं मीठा और नमकीन भोजन किया जाता है।
नोट : कार्तिक माह में बैंगन, दही और जीरा नहीं खाते हैं। धनतेरस पर बैंगन, नरक चतुर्दशी और अमवस्या पर लाल रंग का साग, तिल का तेल नहीं खाना चाहिए। गोवर्धन पूजा के समय कुम्हड़ा पेड़ा या भूरे कद्दू का पेठा और भाई दूज पर बैंगन और कटहल नहीं खाना चाहिए।