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कोरोना के बाद PTSD का खतरा, जानें क्या हैं लक्षण

हमें फॉलो करें कोरोना के बाद PTSD का खतरा, जानें क्या हैं लक्षण
कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद अन्य बीमारियां सामने आ रही है। लंबे वक्त तक कोरोना का असर लोगों को जकड़े हुए रख रहा है। लोगों में भांति-भांति के लक्षण नजर आ रहे हैं। जैसे कमजोरी महसूस होना, हैवी डोज होने के कारण गैस की समस्या होना, सूखी खांसी होना, पाचन तंत्र ठीक नहीं रहना। शरीर में अलग-अलग असामान्य बदलाव नजर आ रहे हैं। साथ ही अब एक और बीमारी सामने आई है जिसे पोस्ट ट्रौमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर कहा जाता है। आइए जानते हैं क्या है यह नई बीमारी- 
 
पोस्ट कोविड के बाद यह बीमारी लोगों को घेर रही है। पोस्ट ट्रौमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर नामक यह बीमारी होने पर मनोचिकित्सक को दिखाना पड़ता है। इसके लक्षण पहचानने का कोई प्रारूप नहीं है लेकिन यह बीमारी उन लोगों में पाई जा रही है जिन्हें डरावनी, खतरनाक स्थिति या घटना का अनुभव हुआ हो। इतना ही नहीं ऐसे लोग नींद में भी डर जाते हैं और खतरनाक तरीके से पसीना आने लगता है।
 
- जब शरीर किसी घटना का शिकार हुआ हो तब मन में डर बैठ जाने से यह स्थिति जरूर बनती है। लेकिन बिना कोई इस तरह की घटना होने पर भी डर रहे और पसीना आने लगे उसे पीटीएसडी कहा जाता है।
 
कोरोना से ठीक होने के बाद दिखता है असर- 
 
नेशनल कोविड टास्क फोर्स के मेंबर डॉक्टर एनके अरोड़ा का कहा कहना है कि कोविड से ठीक होने के करीब 6 महीने तक अलग-अलग लक्षण नजर आएंगे। जिसमें स्वाद नहीं आना, गंध लेने की समस्या खत्म होना। शोध के मुताबिक 90 फीसदी लोगों में पोस्ट कोविड के यह लक्षण नजर आ रहे हैं लेकिन यह समय के साथ ठीक भी हो रहे हैं।
 
इन्हें नजरअंदाज नहीं करें- 
 
पोस्ट कोविड के बाद कुछ लक्षण समय के साथ ठीक हो रहे हैं। लेकिन आपको सांस लेने में समस्या लगातार हो रही है, आंखों का बार-बार गुलाबी होना, दिल की धड़कन बढ़ना, इन्हें नजरअंदाज नहीं करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
 
Disclaimer: चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो,आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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