Bhaidooj 2024: भाई दूज का पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को संजोने वाला त्योहार है। दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाने वाला यह पर्व उत्तर भारत में विशेष मान्यता रखता है। भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, और इस अवसर पर भाई को नारियल का गोला भी देती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भाई दूज पर नारियल का यह खास महत्व क्यों है? चलिए, जानते हैं इससे जुड़े धार्मिक और सांस्कृतिक कारणों के बारे में।
भाई दूज का महत्व और परंपरा का इतिहास
हिंदू धर्म में भाई दूज का पर्व पुरानी परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है। मान्यता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुनाजी से मिलने आए थे, और यमुनाजी ने अपने भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए विशेष पूजा अर्चना की थी। इसी परंपरा का अनुसरण करते हुए, भाई दूज पर हर बहन अपने भाई के लिए पूजा करती है और उसके स्वस्थ और समृद्ध जीवन की कामना करती है। नारियल का गोला इस पूजा का अभिन्न हिस्सा बन गया है क्योंकि यह भाई की रक्षा और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है।
क्यों मनाते हैं भाई दूज, क्या है भगवान श्रीकृष्ण से संबंध
भाई दूज का त्योहार हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक खास पर्व होता है। यह दिन भाई-बहन के बीच सद्भावना और प्रेम को प्रोत्साहित करने का दिन है। भाई दूज पर बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उन्हें नारियल का गोला भी देती हैं। भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं। माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था और फिर उनकी बहन सुभद्रा ने कई सारे दीए जलाकर उनका स्वागत किया था। साथ ही सुभद्रा ने भगवान श्री कृष्ण को तिलक लगाकर उनकी दीर्घायु होने की कामना की थी।
क्यों दिया जाता है भाई को नारियल का गोला?
हिंदू संस्कृति में नारियल को शुभता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है। नारियल का गोला कई धार्मिक अवसरों पर उपयोग किया जाता है क्योंकि इसे 'श्रीफल' यानि 'समृद्धि का फल' भी कहा जाता है। भाई दूज पर बहनें अपने भाई को नारियल का गोला देकर उसकी लंबी उम्र और खुशियों की कामना करती हैं। नारियल का यह गोला भाई-बहन के बीच अनंत प्रेम और स्नेह को दर्शाता है।
नारियल का गोला: भाई की रक्षा का प्रतीक
नारियल का गोला न केवल एक उपहार है बल्कि भाई की रक्षा का प्रतीक भी है। हिंदू धर्म में विश्वास है कि नारियल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और भगवान का आशीर्वाद लेकर आता है। भाई दूज पर बहनें यह नारियल का गोला देकर मानो अपने भाई को हर संकट से बचाने का संकल्प लेती हैं। यह एक प्रकार से बहन का अपने भाई के प्रति आशीर्वाद भी होता है, जिसमें वह हर स्थिति में उसके साथ खड़े होने की इच्छा जताती है।
भाई दूज की पूजा में नारियल का महत्व
भाई दूज के दिन पूजा की शुरुआत में बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और फिर नारियल का गोला भेंट करती हैं। यह न केवल भाई को बल और स्वास्थ्य देने का प्रतीक है, बल्कि इस गोले को भगवान के आशीर्वाद के रूप में भी देखा जाता है। नारियल का गोला सादगी और सौभाग्य का प्रतीक है जो भाई को हर प्रकार की समृद्धि प्रदान करने का प्रतीक माना जाता है।