दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा का त्योहार 15 नवंबर को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस तिथि पर भगवान कृष्ण ने इंद्रदेव के घमंड का नाश किया था।
गोवर्धन पूजा दिवाली के चौथे दिन मनाया जाता है। इस बार गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर को 13 बजकर 34 मिनट से 14 बजकर 56 मिनट तक है। इसके बाद 17.43 से 20.57 तक शुभ व अमृत में गोपूजन श्रेष्ठ है।
दीपावली के अगले दिन कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को अन्नकूट उत्सव मनाया जाता है। अन्नकूट/गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारंभ हुई। यह ब्रजवासियों का मुख्य त्योहार है। इस दिन मंदिरों में विविध प्रकार की खाद्य सामग्रियों से भगवान को भोग लगाया जाता है।