कार्तिक मास में तीन दिवाली आती है। कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्दशी को छोटी दिवाली जिसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इसके बाद अमावस्या को बड़ी दिवाली मनाते हैं एवं पूर्णिमा को देव दिवाली मनाते हैं। उक्त तीनों ही दिवाली का बहुत ही खासा महत्व है। इस दिन यदि करेंगे एकमात्र ये उपाय तो लक्ष्मी और कुबेर आपके घर में प्रवेश कर जाएंगे।
1.नरक चतुर्दशी : इसे छोटी दिवाली और काली चौदस भी कहते हैं। इस दिन हनुमान जयंती भी होती है। इस दिन शाम को हनुमान पूजा, काली पूजा और यमराज के निमित्त दिए जलाने से हर तरह का भय जाता रहता है और आकाल मृत्यु नहीं होती है।
2.बड़ी दिवाली : कहते हैं इस दिन धनिया के ताजे पत्ते खरीदकर लाएं और उसे अपने गमले में लगा दें। इसका पौधा यदि चेत गया तो आपके घर में धन की वर्षा होने लगेगी, लेकिन यह उपाय किसी ज्योतिष या जानकार से पूछकर ही करें।
3.देव दिवाली : यह दिवाली देवता मनाते हैं। मान्यताओं के अनुसार देव दीपावली के दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाकर अपनी प्रसन्नता को दर्शाते हैं। इस दिन यदि आप भी गंगा के तट पर दीप जलाकर देवताओं से किसी मनोकामना को लेकर प्रार्थना करेंगे तो वह निश्चित ही पूर्ण होगी। इस दिन घरों में तुलसी के पौधे के आगे दीपक जलाना और भगवान विष्णु की पूजा करने से लक्ष्मी सदा के लिए प्रसन्न हो जाती है और इस दिन दीपदान करने से लंबी आयु प्राप्त होती है।