क्या आप जानते हैं समाधि के 8 लक्षण

पं. हेमन्त रिछारिया
हमारे सनातन धर्म में समाधि को सर्वश्रेष्ठ माना गया है क्योंकि समाधि के माध्यम से मनुष्य तत्व साक्षात्कार कर पाने में सफ़ल हो पाता है।
 
तत्व साक्षात्कार करना जीवन का चरम लक्ष्य है। हमारी ऋषि परम्परा में ऐसे अनेकों उदाहरण मिलते हैं जब ऋषि-मुनियों से अपने यौगिक बल से समाधि का अनुभव किया। ऐसे समाधिस्थ ऋषि मुनियों ने समाधि के कुछ लक्षण बताए हैं। आइए जानते हैं कि समाधि के अष्ट लक्षण कौन से होते हैं-
 
1. अश्रु- हर्षातिरेक के कारण आंखों से अनवरत आंसू बहना।
 
2. कम्प- शरीर में कम्पन होना।
 
3. रोमांच- रोमांच अर्थात् रोंगटे खड़े होना।
 
4. ह्रदय कम्प- ह्रदय की धड़कन तेज़ हो जाना।
 
5. स्वेद- पसीना आना।
 
6. गायन- प्रभु प्रेम में संकीर्तन करने लगना।
 
7. नृत्य- नृत्य करना।
 
8. क्रन्दन- प्रभु के विरह में रोना अर्थात् क्रन्दन करना।
 
जब उपर्युक्त अष्ट लक्षण किसी भी मनुष्य में एक साथ प्रकट होने लगते हैं तब योगीजन उसे समाधि का अनुभव कहते हैं।
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

ALSO READ: आध्यात्मिक सेल्फी लीजिए, ध्यान कीजिए...
 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Weekly Horoscope: 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा सप्ताह, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल (18 से 24 नवंबर)

Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी कब है, क्या है श्रीकृष्‍ण पूजा का शुभ मुहूर्त?

Shani Margi: शनि का कुंभ राशि में मार्गी भ्रमण, 3 राशियां हो जाएं सतर्क

विवाह पंचमी कब है? क्या है इस दिन का महत्व और कथा

उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा?

सभी देखें

धर्म संसार

22 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

22 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Prayagraj Mahakumbh : 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइटों से संवारा जा रहा महाकुंभ क्षेत्र

Kanya Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: कन्या राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

विवाह में आ रही अड़चन, तो आज ही धारण करें ये शुभ रत्न, चट मंगनी पट ब्याह के बनेंगे योग

अगला लेख
More