दिल्ली में पिछले चार दिनों से जारी हिंसा में सबसे अधिक प्रभावित यमुना विहार का भजनपुरा इलाका हुआ है। दंगाईयों ने यमुना विहार में आने वाले भजनपुरा समेत कई इलाकों में जमकर हिंसा और आगजनी की। इस यमुना विहार से भाजपा पार्षद प्रमोद गुप्ता अपने पड़ोसी मुस्लिम शाहिद सिद्दकी के लिए आज किसी फरिश्ते से कम नहीं है।
भाजपा पार्षद प्रमोद गुप्ता ने हिंसा पर उतारू भीड़ का न केवल रोका ब्लकि उनको सुरक्षित बचाया। वेबदुनिया से बातचीत करते हुए प्रमोद गुप्ता कहते हैं कि वो एक बहुत भयानक और डरा देने वाला मंजर था। उपद्रवियों का एक समूह मेरे पड़ोस में तीस साल से रहने वाले शाहिद सिद्दीकी की जान लेने लेने पर उतारू थे।
वेबदुनिया से पूरे घटनाक्रम को साझा करते हुए वह कहते हैं कि मेरे घर के सामने की नूर इलाही कॉलोनी में से अचानक रात में 10 से 11 बजे के बीच एक भीड़ का समूह नारे लगाते हुए पड़ोसी शाहिद सिद्दकी के घर और दुकान पर हमला करने की ओर बढ़ रही थी। उपद्रवियों की भीड़ को देख मैंने तुरंत अपने पड़ोस में रहने वाले शाहिद सिद्दकी को भीड़ के चुंगल में आने से बचाया और उनको वहां से सुरक्षित बाहर निकला।
वहीं शाहिद सिद्दीकी कहते हैं कि भीड़ ने हमारे घर और दुकान को आग के हवाले कर दिया जिससे लाखों की नुकसान हो गया। वह कहते हैं कि भीड़ हमारी जान लेने पर उतारू वेबदुनिया से बातचीत में भाजपा पार्षद प्रमोद गुप्ता कहते हैं कि उनको इस बात का अफसोस है कि वो अपने पड़ोसी शाहिद की दुकान और घर को नहीं बचा पाए। प्रमोद कहते हैं कि उनके इलाके में आने वाले भजपुरा में काफी नुकसान हुआ और अब वो जिंदगी को एक बार फिर पटरी पर लाने की लगातार कोशिश में लगे हुए है।
भजनपुरा में गुरुवार को उन्होंने इलाके के लोगों के साथ मिलकर शांति मार्च निकाला और जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। हिंसा के दौरान यमुना विहार इलाके में कई हिंदू –मुस्लिमों ने मिलकर कंधे से कंधा मिलाकर भाईचारे की मिसाल की है।