नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली हिंसा के तांडव के बाद एक बार फिर से पटरी पर लौट रही है लेकिन दंगों से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे हैं जिसकी वजह से यहां सियासत शुरू हो गई है।
सोशल मीडिया पर 2 और वीडियो वायरल हुए हैं। वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसी प्रदर्शन में कांस्टेबल रतनलाल की मौत हुई थी। हालांकि 'वेबदुनिया' वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। दिल्ली हिंसा में 49 लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रतनलाल और आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की भी जान इन दंगों में चली गई थी।
दिल्ली हिंसा को लेकर संसद में गुरुवार को भी हंगामा हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि प्रदर्शनकारी पुलिस पर पत्थरबाजी कर रहे हैं। पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
इस वीडियो को ट्वीट करते हुए भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि न संसद में... ना Supreme Court में... बल्कि सड़क पे देश की संविधान की रक्षा करते सोनियाजी और हर्ष मन्दार के शांतिप्रिय साथियों। ये अपने घरों से निकलकर सोनियाजी के कहने पे आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। मित्रों ये वही स्थान है, जहां Head Constable #RatanLal जी की हत्या हुई थी।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर भी भड़काऊ भाषण देकर दंगे फैलाने के आरोप हैं। कपिल मिश्रा ने भी ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है- 'ये वीडियो देखिए। घायल DCP अमित शर्माजी को पुलिस वाले किसी तरह उठाकर लेकर जा रहे हैं। वहशी दरिंदो की भीड़ पागलों की तरह पत्थर मार रही है।'
इससे पहले यही भीड़ कांस्टेबल रतनलाल की हत्या कर चुकी थी। यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि इस भीड़ को आम आदमी पार्टी का चांदबाग का नेता मोहम्मद अथर लेकर आया था।
एसीपी गोकुलपुरी अनुज कुमार ने एक न्यूज चैनल को कहा कि 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे। मशक्कत के बाद भीड़ को हटाया गया। भीड़ को हटाने पर वह उग्र हो गई और उसने पत्थरों से हमला कर दिया। अनुज कुमार भी दिल्ली दंगों में घायल हो गए थे।
खबरों के अनुसार यह वीडियो 24 फरवरी 2020 का बताया जा रहा है। वीडियो के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह चांदबाग का है। दिल्ली दंगों को लेकर पुलिस ने 1600 लोगों पर केस दर्ज करते हुए 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।