Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

केजरीवाल का बड़ा बयान, सीमित मात्रा में फ्री सेवाएं देना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा

हमें फॉलो करें केजरीवाल का बड़ा बयान, सीमित मात्रा में फ्री सेवाएं देना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा
, शुक्रवार, 24 जनवरी 2020 (13:08 IST)
नई दिल्ली। सब्सिडी देने को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं का शिकार हो रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि सीमित मात्रा में नि:शुल्क सेवाएं देना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है। उन्होंने कहा कि इससे गरीबों के पास धन की उपलब्धता बढ़ती है।
 
केजरीवाल ने महिलाओं के लिए नि:शुल्क बस सेवा और 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का प्रावधान किया है। विपक्षी दल दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले 'नि:शुल्क सेवाओं' की घोषणा करने को लेकर ‘आप’ नीत दिल्ली सरकार की आलोचना कर रहे हैं।

भाजपा ने ट्वीट कर कहा कि केजरीवाल जी आपने कहा था कि पूरी दिल्ली में फ्री Wi-Fi कर दूंगा। मैं रास्ते में Wi-Fi ढूंढते हुए आया हूं, लेकिन बैटरी खत्म हो गई मगर Wi-Fi नहीं मिला। इस पर केजरीवाल ने पलटवार किया, हमने फ्री wi-fi के साथ साथ फ़्री बैटरी चार्जिंग का भी इंतज़ाम कर दिया है। दिल्ली में 200 यूनिट बिजली फ्री है।
 
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि सीमित मात्रा में मुफ्त सेवाएं देना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है। इससे गरीबों के पास धन की उपलब्धता बढ़ती है जिससे मांग में बढ़ोतरी होती है, लेकिन इसे इतनी सीमा तक किया जाना चाहिए कि कोई अतिरिक्त कर नहीं लगाना पड़े और इससे बजट की कमी नहीं हो।
 
केजरीवाल ने भाजपा की आलोचना करते हुए इस बात पर खुशी जताई कि दिल्ली के लोगों ने भाजपा को सीसीटीवी, स्कूल और कच्ची कॉलोनियों के मुद्दों के आधार पर वोट मांगने के लिए बाध्य किया।
 
webdunia
दरअसल दिल्ली भाजपा ने एक ट्वीट किया था जिसमें गृह मंत्री अमित शाह ने केजरीवाल से सवाल किया, 'जरा बताएं कि कितने स्कूल बनाए। पंद्रह लाख सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात कही थी और कुछ ही सीसीटीवी लगाकर जनता को बेवकूफ बना रहे हो।'
 
इसके जवाब में केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'मुझे खुशी है आपको “कुछ” सीसीटीवी कैमरे तो दिखाई दिए। कुछ दिन पहले तो आपने कहा था कि एक भी कैमरा नहीं लगा। थोड़ा समय निकालिए, आपको स्कूल भी दिखा देते हैं? मुझे बेहद खुशी है कि दिल्ली के लोगों ने राजनीति बदली है जो यहां भाजपा को सीसीटीवी, स्कूल और कच्ची कॉलोनियों पर वोट मांगने पड़ रहे हैं।'

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

'द इकोनॉमिस्ट' के कवर पर बवाल, भारत को बताया 'असहिष्णु', कंटीली तारों के बीच भाजपा का 'कमल'