नई दिल्ली। विधानसभा की चुनाव तारीख करीब आते ही राजनीतिक पार्टियां वोटरों को लुभाने में लग गई हैं। प्रचार-प्रसार के लिए हर हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। लेकिन वोटरों को लुभाने के लालच में नेताओं-मंत्रियों की जुबानों पर 'गोली की बोली' आ गई है। मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के बयान पर चुनाव आयोग की सख्ती के बाद भी नेता बेतुके बयानों से परहेज करने को राजी नहीं हैं।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी रैली में गोली की बात कही। चुनावी रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल पर निशाना साधने के साथ ही कहा कि पहले कावड़ यात्रियों पर डंडे पड़ते थे, शंख-घड़ियाल नहीं बजाने दिया जाता था, लेकिन जबसे हम उत्तरप्रदेश में आए तो कावड़ यात्री डीजे के साथ जाने चाहिए, उनके स्वागत के लिए पुष्प वर्षा करें। हमारे भक्त दंगा-फसाद नहीं करते हैं। हर मजहब का व्यक्ति पूजा-पाठ करे, लेकिन कावड़ यात्री पर जो हमला करेगा उस पर बोली नहीं, पुलिस की गोली काम करेगी।
कपिल मिश्रा भी कहां पीछे रहने वाले थे? उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जिन्ना की तरह राजनीति करते हैं। आम आदमी पार्टी का नया नाम मुस्लिम लीग होना चाहिए। उमर खालिद, अफजल गुरु, बुरहान वानी आदिआतंकवादियों को अपना बाप मानने वालों को योगी आदित्यनाथजी से डर लग रहा है। आम आदमी पार्टी ने योगी के इन बयानों की शिकायत चुनाव आयोग को भी की है।