दिल्ली विधानसभा के चुनाव 7 फरवरी 2015 को होना है। इस चुनाव में जनता का पक्ष क्या होगा, इसे उस दिन के वोटिंग की लग्न से जानेंगे। इस दिन वोटिंग के समय कुंभ लग्न होगी। लग्न का स्वामी शनि शत्रु राशि वृश्चिक में होकर दशम भाव में है, वहीं दिल्ली की प्रभाव राशि मकर पर तृतीय दृष्टि पड़ रही है।
शनि के बारे में कहावत है कि 'जैसी दृष्टि वैसा फल' अतः यहां पर स्वदृष्टि पड़ने से दिल्ली में फिर संघर्ष की स्थिति नजर आएगी, लेकिन इस बार भाजपा को बहुमत मिलने के आसार भी रहेंगे।
जनता का भाव चतुर्थ है। वहां पर शुक्र की वृषभ राशि का स्वामी शुक्र लग्न में है। जो सत्ता दिल्ली में होती है उसको फायदा अवश्य रहता है। इस हिसाब से दिल्ली में भाजपा है अतः उसको दिल्ली की गद्दी हथियाने में सफलता अवश्य मिलेगी।
कांग्रेस व आप में से कोई भी सत्तासीन नहीं है, अतः उनको लाभ मिलना मुश्किल ही रहेगा। कांग्रेस इस बार कुछ लाभ की स्थिति में रह सकती है। आप का जनाधार खोता नजर आएगा। लग्न में मंगल की स्थति चतुर्थ भावस्थ शुक्र के साथ होने से भाजपा को सत्ता का सुख मिलने की राह में आसानी होगी। मंगल चन्द्र का समसप्तक योग भी उत्तम ही रहेगा।
इधर षष्ट भाव में उच्च का गुरु भी शत्रु (विपक्षी पार्टी) को अपनी कुशल वक्तव्य नीति से मात देने में भाजपा कामयाब होगी। गुरु की नवम दृष्टि केतु पर वाणी भाव द्वितीय पर होने से वर्तमान सरकार भाजपा को वाणी भाषणों द्वारा लाभ मिल सकेगा। इस प्रकार देखा जाए तो वोटिंग के दौरान की लग्न भजपा को लाभ कराएगी।