नई दिल्ली। आज मेट्रो स्टेशन से लेकर बस स्टॉप और सड़कों तक सिर्फ आप की ही चर्चा थी। इस चर्चा की वजह ‘आप’ के वे समर्थक थे जो अरविंद केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए आयोजित कार्यक्रम के गवाह बनने की खातिर ऐतिहासिक रामलीला मैदान का रूख कर रहे थे।
न केवल हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव बल्कि पिछले विधानसभा और लोकसभा के चुनावों में भी ‘आप’ के लिए मुहिम चला चुके सैकड़ों कार्यकर्ताओं के लिए रामलीला मैदान एक पवित्र स्थल की तरह था जहां उन्होंने उस वक्त अपनी मेहनत का फल देखा जब केजरीवाल ने दूसरी बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
दिल्ली मेट्रो के स्टेशनों में आज बाकी दिनों से भी ज्यादा भीड़ देखी गई क्योंकि ‘आप’ के कई कार्यकर्ताओं ने रामलीला मैदान तक पहुंचने के लिए मेट्रो ट्रेन का ही सहारा लिया।
मैदान के आसपास की सड़कों पर गाड़ियां खड़ी करने की कोई जगह नहीं थी। वहां ‘आप’ के कार्यकर्ता पार्टी की टोपी लगाकर गाने गा रहे थे, मीडियाकर्मी मौजूद थे, पुलिसकर्मी तैनात थे और खाने-पीने के भी कई स्टॉल लगे थे।
माहौल काफी अस्त-व्यस्त था पर कोई शिकायत के मूड में नजर नहीं आ रहा था। पुलिस कड़ी निगरानी कर रही थी और आप के कार्यकर्ता भी हर आने-जाने वाले पर नजर रख रहे थे। (भाषा)