INDvsAUS ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 97 रन की पारी खेलकर भारत को विश्व कप के अपने पहले मैच में मुश्किल परिस्थितियों से उबार कर छह विकेट की यादगार जीत दिलाने वाले लोकेश राहुल ने कहा कि पूर्व कप्तान विराट कोहली ने शुरुआती ओवरों में विकेटों के पतझड़ के बाद उन्हें टेस्ट मैच की तरह बल्लेबाजी करने की सलाह दी थी।
राहुल अपने शतक से चूक गये लेकिन दो रन पर टीम के तीन विकेट गिरने के बाद उन्होंने कोहली (116 गेंद में 85 रन) के साथ चौथे विकेट के लिए 165 रन की साझेदारी कर भारत का दबदबा बनाया।
भारतीय टीम ने जीत के लिए मिले 200 रन के लक्ष्य को 52 गेंद शेष रहते चार विकेट गंवाकर हासिल कर लिया।
मैन ऑफ द मैच राहुल ने मैच के बाद कहा, मैं और कोहली ज्यादा बात नहीं कर रहे थे। मैं शुरुआत में संभल कर खेलने की कोशिश कर रहा था। मैं नहाकर ड्रेसिंग रूम में बैठा ही था कि तीन विकेट गिर गये।
उन्होने कहा, कोहली ने मुझे कहा कि बिना जोखिम वाले शॉट लगाने के साथ कुछ देर के लिए हमें टेस्ट क्रिकेट की तरह खेलना होगा। पारी की शुरुआती में तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही थी लेकिन बाद में ओस के कारण परिस्थितियां बल्लेबाजी के लिए आसान हो गयी।
छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाने वाले इस बल्लेबाज ने शतक से चूकने के बारे में कहा, मैं आखिरी पलों में सोच रहा था कि मैं कैसे 100 रन तक पहुंच सकता हूं। मैंने सोचा कि अगर एक चौका और एक छक्का लगाया जाए तो यह संभव हो सकता है। मैंने चौका लगाने की कोशिश की थी लेकिन गेंद का बल्ले से संपर्क ज्यादा अच्छे से हो गया। मुझे इसका कोई मलाल नहीं, मैं कभी और शतक लगा लूंगा।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी इस जीत का श्रेय राहुल और कोहली की साझेदारी को दिया।रोहित ने कहा, जब हमने शुरुआती तीन विकेट गंवाये तो मैं नर्वस हो गया था। हमने इस दौरान खराब शॉट खेले। ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों को इसका श्रेय दिया जाना चाहिये। हालांकि उसके बाद राहुल और कोहली ने कमाल का खेल दिखाया।
रोहित ने ऑस्ट्रेलिया को कम स्कोर पर रोकने के लिए गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों की सराहना की। उन्होंने कहा, इस तरह से विश्व कप की शुरुआत करना शानदार है। हमने क्षेत्ररक्षण में सुधार के लिए काफी मेहनत की है और आज इसमें मामले में टीम ने अच्छा किया। हमारे खिलाड़ियों ने इन परिस्थितियों का फायदा उठाया।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि उनकी टीम ने 50 रन कम बनाये थे।कमिंस ने कहा, मेरा मानना है कि हमारी टीम ने 50 रन कम बनाये। इस पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी । भारतीय टीम के पास अच्छे गेंदबाज हैं।उन्होंने कहा, हमारी टीम में दो ही स्पिनर थे लेकिन हम 250 के आसपास रन बनाते तो इससे काफी फर्क पड़ सकता था।(भाषा)