मैनचेस्टर। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने जैसे ही आईसीसी विश्व कप में वेस्ट इंडीज के खिलाफ गुरुवार को टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन की घोषणा की, वैसे ही सब आश्चर्यचकित रह गए, क्योंकि कयासों को दरकिनार करते हुए ऋषभ पंत टीम से बाहर थे और 3 मैचों में केवल 2 विकेट लेने वाले विजय शंकर अंदर।
कोहली ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंगूठा तुड़वा बैठे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की जगह ऋषभ पंत को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया था। कायदे से टीम में विजय शंकर की जगह पंत को मौका मिलना चाहिए था। लेकिन पता नहीं, कोहली और टीम प्रबंधन को विजय शंकर में क्या मीठा नजर आता है?
विजय शंकर ने वर्ल्ड कप के अब तक 3 मैच खेले हैं और केवल 2 विकेट ही लिए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को विश्व कप के मैच में भुवनेश्वर कुमार को तीसरे ओवर की चौथी गेंद डालने के बाद अचानक मांसपेशियों में खिंचाव आ गया जिसके कारण वे गेंदबाजी करने के लायक नहीं रहे।
अंगूठे में चोट लगने के कारण शिखर धवन की जगह विजय शंकर को मौका मिला था। भुवनेश्वर के ओवर की शेष 2 गेंद डालने के लिए कोहली ने उन्हें गेंद सौंपी। विजय शंकर की किस्मत भी कितनी जोरदार रही कि उन्हें पहली ही गेंद पर पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद (12) का विकेट मिल गया। अपने पदार्पण मैच में पहली गेंद पर पहला विकेट लेने वाले वे देश के पहले गेंदबाज बन गए।
यही से विजय शंकर का भाग्य चमका और उन्होंने 5.2 ओवरों में 22 रनों की कीमत पर 2 विकेट हासिल किए। उनका दूसरा विकेट था इमाम उल हक (7) का। उन्होंने बल्ले से 15 रन बनाए। अफगानिस्तान के खिलाफ अगले मैच में उनसे गेंदबाजी नहीं करवाई गई लेकिन वे 29 रन बनाने में सफल रहे।
वर्ल्ड कप में तीसरा मैच विजय शंकर ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 27 जून को खेला और बल्लेबाजी में केवल 14 रनों का योगदान दिया। इस तरह भारत के इस ऑलराउंडर का ओवरऑल प्रदर्शन 3 मैच में 2 विकेट और कुल 58 रन।
ऋषभ पंत शानदार ओपनर हैं और उन्होंने आईपीएल में अपनी बल्लेबाजी की धाक भी जमाई है। पंत ने 54 मैचों में 1,736 रन बनाए हैं जिसमें उच्चतम स्कोर 128 रन का रहा है। उनके बल्ले से 11 अर्द्धशतक भी लगे हैं।
उम्मीद की जानी चाहिए कि भारत शेष 3 मैचों में पंत को मौका देगा। भारत 30 जून को इंग्लैंड, 2 जुलाई को बांग्लादेश और 6 जुलाई को श्रीलंका से मैच खेलेगा।