कराची। लगता है पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सिकंदर बख्त अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उन्होंने सुर्खियां बटोरने या फिर यूं कहें कि अपनी दुकानदारी चलाने के लिए बेतुका आरोप लगाते हुए कहा कि विश्व कप 2019 में भारत और इंग्लैंड का मैच फिक्स था। इसमें भारत के हारने पर खिलाड़ियों को बहुत सारा पैसा मिला है। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने मोटी कमाई करके बहती गंगा में हाथ धो लिए।
क्रिकेट के 'कठमुल्ला' सिकंदर बख्त ने बाकायदा सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया है। यह वीडियो वायरल होते ही उनकी किरकिरी होनी शुरू हो गई। 1983 में विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे संदीप पाटिल ने कहा कि वह मेरा दोस्त जरूर रहा है लेकिन मैं इसे उसका पागलपन ही कहूंगा। पाकिस्तानी मीडिया और उसके पूर्व खिलाड़ियों को अपनी गिरेबां में झांककर यह देखना चाहिए कि उनकी खुद की टीम का प्रदर्शन कैसा है?
पाटिल ने कहा कि सिकंदर झूठा इल्जाम लगा रहा है। मुझे लगता है कि वह विश्वकप से बाहर होने की दहलीज पर खड़े पाकिस्तान की बुरी हालत से बौखला गया है। इस तरह के आरोप तो न तो इमरान खान ने कभी लगाए, न कभी जहीर अब्बास या फिर जावेद मियांदाद ने, मेरे हिसाब से वह पागलपन की हद तक पहुंच गया है।
सिकंदर बख्त का पागलपन : सिकंदर बख्त ने आरोप लगाया था कि 30 जून को भारत विश्व कप मैच में इंग्लैंड से जानबू्झकर हारा ताकि पाकिस्तान को सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर रखा जा सके। यह मैच फिक्स था और इस फिक्सिंग में भारतीय क्रिकेटरों को बहुत सारा पैसा मिला है। यह मैच भारतीय खिलाड़ी पैसे लेकर जानबूझकर हारे। मैं इसे साबित भी कर सकता हूं।
भारतीय क्रिकेटर सबसे मालदार : अब मियां सिकंदर को कौन समझाए कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दुनिया का सबसे मालदार क्रिकेट संगठन है। बीसीसीआई और आईपीएल के जरिए भारतीय क्रिकेटरों पर बेहिसाब धनवर्षा होती है। हरेक क्रिकेटर इतना धनवान है कि वह फिक्सिंग के बारे में सपने में भी नहीं सोच सकता है।
कंगाल पाकिस्तानी क्रिकेटर : पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान देश ही नहीं, उसके क्रिकेटर भी कंगाल हो चुके हैं। वे भीख मांगने से लेकर मैच फिक्स करने के सजायाफ्ता भी हैं। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने बीसीसीआई के सामने काम की 'भीख' मांगी थी ताकि कुछ पैसा कमाया जा सके। रज्जाक ने बीसीआई के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि हार्दिक पांड्या की तकनीक सुधारने के लिए 2 हफ्ते के लिए उन्हें कोच नियुक्त कर दें। पाकिस्तान टीम के ही मोहम्मद आमिर तो फिक्सिंग के मामले में सजायाफ्ता भी रहे हैं।
पाकिस्तान विश्व कप से बाहर होने के लिए खुद जिम्मेदार : विश्व कप 2019 में पाकिस्तान सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो चुका है। भले ही वह 5 जुलाई को बांग्लादेश के खिलाफ मैच जीत ले लेकिन नेट रन रेट के मामले में वह न्यूजीलैंड के नीचे ही रहेगा। इस विश्व कप में उसने बेहत दोयम दर्जे का प्रदर्शन किया। पाकिस्तान ने 8 मैच में से 4 जीते हैं जबकि 1 मैच बारिश में धुला है। उसके कुल 9 अंक है। इस खराब प्रदर्शन के लिए वह खुद जिम्मेदार है।
सिकंदर बख्त का क्रिकेट कॅरियर : 61 साल के सिकंदर बख्त ने पाकिस्तान के लिए 26 टेस्ट और 27 वनडे मैच खेले हैं। टेस्ट में उन्होंने कुल 146 और वनडे में सिर्फ 31 रन बनाए हैं। सिकंदर ने टेस्ट में 67 और वनडे में 33 विकेट लिए हैं।
सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का हथकंडा : 1992 के विश्व चैम्पियन पाकिस्तान के हालिया प्रदर्शन ने उसके चाहने वालों को बेहद निराश किया है। पाकिस्तानी अवाम जहां अपने क्रिकेटरों को कोस रही है, वहीं कुछ क्रिकेटर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं ताकि सुर्खियों में आ जाएं। संदीप पाटिल ने सही कहा कि सिकंदर जितना ज्ञान बांट रहे हैं, उसका उपयोग खुद की टीम पर करें तो शायद उसका भला हो सके...