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विश्वकप में कप्तानी के बिना धोनी का नहीं चलता बल्ला

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, शुक्रवार, 5 जुलाई 2019 (12:15 IST)
महेंद्र सिंह धोनी इस सदी के सबसे उम्दा फीनिशर और बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। टीम में उनका होना ही एक टॉनिक की तरह काम करता है। विश्वकप में धोनी टीम इंडिया का तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।
30 जून 2019 तक महेंद्र सिंह धोनी ने विश्वकप में कुल 21 मैच खेले हैं और 549 रन बनाए हैं। देखने में यह आंकड़ा सही लगता है क्योंकि धोनी काफी नीचे बल्लेबाजी करने उतरते हैं। 
 
लेकिन जब विश्वकप में धोनी कप्तान नहीं रहते तो यह आंकड़े और भी बिगड़ जाते हैं।  विश्वकप में महज एक  विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर धोनी का रिकॉर्ड खासा खराब है। उन्होंने अब तक खेले गए 3 मैचों में सिर्फ 29 रन बनाए हैं। इसमें से दो मैचों में वह अपना खाता भी नहीं खोल सके थे।
 
यह प्रदर्शन उनका साल 2007 के विश्वकप में था जिसमें भारतीय टीम पहला पड़ाव भी पार नहीं कर पायी थी। इसके बाद वह साल 2011 में कप्तान बने जिसमें भारतीय टीम ने विश्वकप जीता।

साल 2015 में उनकी कप्तानी में भारत सेमीफाइनल में पहुंची। इस बार वह विराट कोहली की कप्तानी में खेलेंगे। उम्मीद है कि वह साल 2007 के विश्वकप की काली यादें भूल गए हों।

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