मैनचेस्टर। महेंद्र सिंह धोनी की मध्य के ओवरों में तेजी से रन जुटाने में विफलता आलोचकों के लिए चिंता का कारण हो सकती है। लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए यह कोई मुद्दा नहीं है जिन्होंने अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज का बचाव करते हुए उनके अनुभव और उनकी सलाह को 'मूल्यवान' करार दिया।
अफगानिस्तान के खिलाफ के बाद गुरुवार को यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ भी स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहने के कारण धोनी की काफी आलोचना हुई। पूर्व भारतीय कप्तान ने शुरुआत में काफी दिक्कत हुई लेकिन अंतिम ओवर में उन्होंने 16 रन जुटाए और 61 गेंदों पर 56 रन बनाए जिससे स्कोर 7 विकेट पर 268 रन रहा।
कोहली ने वेस्टइंडीज पर 125 रनों की जीत के बाद कहा कि धोनी को पता है कि वह क्रीज पर क्या करना चाहते हैं। जब कभी-कभार उनका प्रदर्शन खराब हो जाता है तो हर कोई उनके बारे में बात करना शुरू कर देता है। हम हमेशा उनका समर्थन करेंगे। उन्होंने हमें इतने सारे मैचों में जीत दिलाई है।
उन्होंने कहा कि उनके जैसे खिलाड़ी के होने के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि जब आपको 15-20 रनों की जरूरत होती है तो वे जानते हैं कि इन्हें कैसे बनाया जाए? उनका अनुभव 10 बार में से 8 बार हमारे लिए अच्छा रहा है। कोहली ने कहा कि यह धोनी ने टीम को आश्वस्त किया कि 268 रनों का स्कोर चुनौती देने के लिए अच्छा है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुत कम खिलाड़ी ऐसे हैं, जो सहज क्रिकेट खेलते हैं और रणनीति के हिसाब से चलते हैं। उन्हें खेल की इतनी गहरी समझ है कि वे हमेशा हमें राय देते हैं। जैसे उन्होंने कहा कि 260 रनों का स्कोर अच्छा है। वे महान खिलाड़ी हैं। हम सभी इस बात को जानते हैं।
कोहली ने इंग्लैंड को रैंकिंग में पछाड़ने के बारे में कहा कि मैं शिकायत नहीं कर सकता। हम गुरुवार को नंबर 1 टीम बने और ईमानदारी से कहूं तो हम पिछले कुछ समय से ऐसा खेल रहे हैं। भारतीय टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में भी धीमी बल्लेबाजी की और गुरुवार को भी वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा ही रहा।
इस पर कोहली ने कहा कि बल्ले से देखें तो पिछले 2 मैचों में चीजें हमारे मुताबिक नहीं रहीं, लेकिन हमने फिर भी जीत हासिल की और यह मेरे लिए प्रभावित करने वाला है। हम अफगानिस्तान के खिलाफ भी आज की तरह की स्थिति में थे लेकिन हम पिछले मैच में ठीक से आकलन नहीं कर पाए।
उन्होंने हार्दिक पंड्या और महेंद्र सिंह धोनी की अंत में खेली गईं पारियों की भी प्रशंसा की। कोहली ने कहा कि मुझे लगता है कि हार्दिक और एमएस ने अंत में काफी अच्छा खेल दिखाया। इस पिच पर 270 रनों का स्कोर हमेशा ही चुनौतीपूर्ण होता।
अपनी पारी के बारे में कोहली ने कहा कि तेजी से परिस्थितियों का आकलन करके बल्लेबाजी करना मेरा मजबूत पक्ष है। मेरे 70 प्रतिशत रन सिंगल से बने और इस तरह रन बनाना सर्वश्रेष्ठ है। (भाषा)