लंदन। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप के उदघाटन मैच से पहले कहा कि टूर्नामेंट के प्रबल दावेदार और मेजबान पर उनकी तुलना में अधिक दबाव रहेगा।
डु प्लेसिस विश्व की शीर्ष रैकिंग वाली टीम के खिलाफ ओवल में अपनी टीम की अगुवाई करेंगे। दोनों टीमें पहली बार विश्व कप ट्रॉफी जीतने की कोशिश में लगी हैं। इंग्लैंड ने अपनी पिछली 19 वनडे श्रृंखलाओं में से 15 में जीत दर्ज की है और उसे घरेलू सरजमीं पर हराना बहुत मुश्किल होगा।
डु प्लेसिस ने बुधवार को यहां कहा, ‘आप प्रबल दावेदार हो या नहीं, आपको अच्छी क्रिकेट खेलनी ही होगी। वे प्रबल दावेदार तमगे के हकदार हैं क्योंकि वे अपनी सरजमीं पर खेल रहे हैं और उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन आपको इस टूर्नामेंट में हर अगले मैच में नए प्रतिद्वंद्वी का सामना करना है और इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप पूरे टूर्नामेंट के दौरान एकाग्र बने रहें। इंग्लैंड प्रबल दावेदार है और ऐसे में मैच में हम पर कम दबाव होगा और हम स्वतंत्र होकर खेल सकते हैं।’
डु प्लेसिस ने कहा, ‘हम अंडरडॉग के रूप में उतर रहे हैं और इससे कुछ खिलाड़ियों पर दबाव कम होता है तो यह अच्छा होगा।’ इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने दावा किया कि उनकी वर्तमान टीम के शीर्ष सात बल्लेबाज अब तक के सर्वश्रेष्ठ हैं। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन के इस मैच से बाहर होने से भी इंग्लैंड की बड़े स्कोर की उम्मीदें बढ़ी हैं। दक्षिण अफ्रीका के पास हालांकि कैगिसो रबाडा की अगुवाई में अब भी दमदार आक्रमण है।
डु प्लेसिस ने कहा, ‘रबाडा को मुझसे किसी तरह की सलाह की जरूरत नहीं है। मैं उनसे रणनीतिक संदर्भ में बात करूंगा लेकिन मैं उनसे यह नहीं कहूंगा कि कैसे गेंदबाजी करनी है। वह मुझसे बेहतर जानते हैं, लेकिन अगर डेल स्टेन फिट होते तो हमारा आक्रमण बेहद मजबूत होता, इसलिए इंग्लैंड के खिलाफ हमें अपनी टीम में कुछ बदलाव करने होंगे। हमारी गेंदबाजी हमारा ‘एक्स फैक्टर’ है।’