चेम्सफोर्ड। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ उसके मैदान पर पांच टेस्टों की चुनौतीपूर्ण सीरीज से पूर्व अपनी तैयारियों को परखने उतरेगी जहां बुधवार से एसेक्स के खिलाफ चार दिवसीय अभ्यास मैच में उसकी निगाहें अपने अंतिम एकादश के प्रदर्शन पर लगी होंगी।
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी शुरुआत करते हुए ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की लेकिन वनडे सीरीज में वह 1-2 से सीरीज गंवा बैठी। टीम इंडिया की निगाहें अब हालांकि पांच टेस्ट मैचों की लंबी और चुनौतीपूर्ण सीरीज में जीत दर्ज करने पर लगी हैं जिसे लेकर उसपर काफी दबाव भी है।
भुवनेश्वर कुमार, रिद्धिमान साहा, जसप्रीत बुमराह जैसे कुछ अच्छे खिलाड़ियों की चोटों के बीच उसे भरोसेमंद खिलाड़ियों अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, नई सनसनी चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव, इशांत शर्मा, मुरली विजय जैसे खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें हैं। इसके अलावा विश्व के दूसरे नंबर के टेस्ट बल्लेबाज और भारतीय कप्तान विराट पर भी इंग्लिश जमीन पर बल्ले से प्रभावित करने का दबाव रहेगा।
वर्ष 2014 में इंग्लैंड में पिछली टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ विराट का भी व्यक्तिगत प्रदर्शन खास नहीं रहा था और 10 पारियों में जेम्स एंडरसन ने उन्हें चार बार आउट किया था। हालांकि मौजूदा समय में विराट हर प्रारूप में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं और उनका प्रदर्शन सबसे अधिक निगाहों में रहेगा।
भारतीय टेस्ट टीम के विशेषज्ञ खिलाड़ियों ने हाल में लायंस के खिलाफ इंग्लैंड दौरे पर गई भारत ए टीम के साथ वारसेस्टर में हुए गैर आधिकारिक टेस्ट में हिस्सा लिया था जहां इंग्लैंड लायंस को 253 रन से जीत मिली थी। इस मैच में मुरली और रहाणे खेलने उतरे थे जबकि टेस्ट टीम में जगह पाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पहले ही भारत ए टीम का हिस्सा हैं।
हालांकि विशेषज्ञ टेस्ट बल्लेबाज मुरली ने दोनों पारियों में 8 और शून्य के स्कोर से जहां चिंता में डाल दिया है तो वहीं टेस्ट टीम में उपकप्तान रहाणे ने 49 और 48 के स्कोर बनाए। हालांकि विकेटकीपर पंत ने 58 और 61 रन की दो अर्धशतकीय पारियों से चयनकर्ताओं के उन्हें राष्ट्रीय टेस्ट टीम में पदार्पण का मौका दिए जाने के फैसले को काफी हद तक सही साबित किया, लेकिन अनुभवी दिनेश कार्तिक की मौजूदगी में पंत को मौका मिलता है या नहीं, यह देखना होगा।
दूसरी ओर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन भी अच्छी फार्म में दिखाई नहीं दे रहे हैं जिससे विराट पर फिर रनों के लिए दबाव बनता दिख रहा है। आईपीएल से बाहर रहे चेतेश्वर पुजारा ने भी इस वर्ष इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में खेला है और वह भी बल्लेबाजी क्रम में अहम रहेंगे।
भारतीय टीम ने 2014 में टेस्ट सीरीज इंग्लैंड के हाथों 1-3 से गंवाई थी और उस दौरान सबसे बड़ी वजह मौसम था। हालांकि मौजूदा समय में इंग्लैंड में मौसम काफी बदला है और वहां पहले के मुकाबले गर्मी काफी अधिक हो गई है जिससे यहां की पिचों पर भारतीय स्पिनरों को फायदा मिलने की उम्मीद है। इंग्लैंड पहुंचने के बाद खुद विराट ने भी कहा था कि यहां का मौसम उन्हें भारत की याद दिला रहा है और इससे पिचें सूखी हैं जिससे भारतीय स्पिनरों को फायदा मिल सकता है।
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और उसके खिलाड़ी एंडरसन ने भी माना है कि मौसम के बदलाव के कारण इस बार इंग्लिश पिचों पर स्पिनरों को फायदा मिल सकता है। यदि ऐसा होता है तो एक बार फिर विशेषज्ञ जोड़ी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा की भूमिका और उनका अनुभव टीम इंडिया के लिए अहम होगा।
लेकिन एक अगस्त से शुरू होने जा रही टेस्ट सीरीज में इस बार जिस गेंदबाज को लेकर सबसे अधिक चर्चा है वह हैं चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप। कलाई के स्पिनर 23 साल के कुलदीप ने सीमित ओवर सीरीज में इंग्लिश बल्लेबाजों को इस कदर परेशान किया कि कप्तान विराट ने हर मैच के बाद युवा स्पिनर की प्रशंसा की नतीजतन वह टेस्ट टीम में जगह पाने में कामयाब रहे।
कुलदीप ने तीन मैचों की ट्वंटी 20 सीरीज के दो मैचों में पांच विकेट निकाले। उनका मैच में 24 रन पर पांच विकेट का प्रदर्शन सबसे प्रभावशाली थी जबकि इतने ही मैचों की वनडे सीरीज में वह नौ विकेट लेकर सबसे सफल रहे। उन्होंने 25 रन पर छह विकेट लेकर अपने वनडे करियर का भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टेस्ट सीरीज में भारत को कुलदीप से इस बार सबसे अधिक उम्मीदें हैं लेकिन इस बीच सीमित ओवर से लगभग बाहर हो चुके अश्विन और जडेजा की अनुभवी स्पिन जोड़ी को भी अपनी अहमियत साबित करनी होगी।
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी इंग्लैंड सीरीज से पूर्व कुलदीप की जमकर तारीफ की है और उन्हें आगामी सीरीज में अहम बताया है। ऐसे में स्पिन तिकड़ी में व्यक्तिग रूप से नए-पुराने की टक्कर भी रहेगी। इसके अलावा तेज गेंदबाजों में इशांत शर्मा, उमेश यादव, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और मोहम्मद शमी जैसे अच्छे खिलाड़ी क्रम का हिस्सा हैं जो अभ्यास मैच में अपने प्रदर्शन से अंतिम एकादश का चेहरा तय करेंगे।