Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

Corona के खिलाफ योगी सरकार का नया एक्शन प्लान, आगरा, मेरठ, कानपुर में भेजी जाएगी हाईलेवल मेडिकल टीम

हमें फॉलो करें Corona के खिलाफ योगी सरकार का नया एक्शन प्लान, आगरा, मेरठ, कानपुर में भेजी जाएगी हाईलेवल मेडिकल टीम

अवनीश कुमार

, रविवार, 10 मई 2020 (19:31 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में एक माह से भी अधिक लॉकडाउन हो चुका है। लॉकडाउन 3 के समाप्त होने में कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन प्रदेश के आगरा, कानपुर व मेरठ की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है जिसे लेकर अब प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ बेहद चिंतित हैं।

उन्होंने टीम 11 के साथ बैठक करते हुए कड़े निर्देश देते हुए एक उच्च स्तरीय चिकित्सकीय दल इन सभी जिलों में भेजने के लिए कहा है।

इसकी जानकारी देते हुए प्रेस वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने तथा इन परिस्थितियों की मॉनीटरिंग के लिए आगरा, मेरठ तथा कानपुर जनपदों में एक उच्च स्तरीय मेडिकल टीम भेजी जाए साथ ही इन जनपदों में वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को भी भेजने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर आगरा में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, पुलिस महानिरीक्षक विजय प्रकाश तथा पीजीआई से एक वरिष्ठ डॉक्टर को भी कैम्प करने के भेजा जा रहा है और जनपद मेरठ में प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश के साथ पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह व चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य के वरिष्ठ अधिकारियों को कैम्प करने के भेजा जा रहा है।

इसी के साथ जनपद कानपुर में एमडी यूपी सीडा अनिल गर्ग एवं पुलिस महानिरीक्षक दीपक रतन तथा स्वास्थ्य विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों को कैम्प करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमित लोगों की सर्वाधिक संख्या आगरा, कानपुर और मेरठ में है।

अगर इन 3 जिलों के आंकड़ों पर नजर डालें तो सर्वाधिक आगरा में संक्रमित 425, स्वस्थ हुए 64 और अब तक 12 की मौत हो चुकी है। दूसरे नंबर पर कानपुर में संक्रमित 302, स्वस्थ हुए 58 और अब तक 7 की मौत हो चुकी है। इसी के साथ मेरठ में संक्रमित 230, स्वस्थ हुए 65 और अब तक 14 की मौत हो चुकी है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

प्रवासी मजदूरों की 'मजबूरी' पर सरकार के थोथे आश्वासन, सबसे बड़ा सवाल कैसे संभलेंगे हालात?