जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोपीय कार्यालय प्रमुख ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा वित्तीय मदद रोकने की घोषणा के बाद मिले समर्थन और मदद के लिए कुछ प्रतिबद्धताओं का स्वागत किया है। कोरोना वायरस की महामारी के खतरे और बढ़ते आर्थिक संकट के बीच डब्ल्यूएचओ में यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हैंस क्लूज ने कहा, हम यूरोपीय देशों के समर्थन से अभिभूत हैं।
उन्होंने एजेंसी को मिले ऐतिहासिक समर्थन का श्रेय अमेरिका को दिया। उल्लेखनीय है कि अमेरिका डब्ल्यूएचओ को सबसे अधिक दान देने वाला देश है जो हाल के वर्षां में सालाना 40 से 50 करोड़ डॉलर का अनुदान देता है। ट्रम्प ने मंगलवार को डब्ल्यूएचओ को अमेरिकी मदद कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में उसकी नाकामी की समीक्षा होने तक अस्थायी रूप से रोकने का आदेश दिया।
क्लूज ने कहा, हम वित्तीय स्थिति को देख रहे हैं। मदद को लेकर कुछ प्रतिबद्धताएं व्यक्त की गईं हैं। हालांकि, इसकी विस्तृत जानकारी उन्होंने नहीं दी। उन्होंने कहा, लेकिन इस समय हम संकट के बीच में हैं और इसलिए हमारा ध्यान जीवन बचाने पर है।
क्लूज ने कहा कि कुछ देश जैसे फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और स्विट्जरलैंड में हाल के हफ्तों में नए मामलों में कमी से उम्मीद के संकेत मिले हैं लेकिन ये सकरात्मक संकेतों को कुछ अन्य देशों जैसे ब्रिटेन, तुर्की, यूक्रेन, बेलारूस और रूस में बढ़ रहे मामलों से आघात पहुंचा है।
उन्होंने बताया कि यूरोप पर महामारी के काले बादल छाए हुए हैं। क्लूज ने रेखांकित किया कि मामले बढ़ रहे हैं और गत दस दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी होने के साथ 10 लाख के करीब पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि यूरोप इस महमारी का 50 प्रतिशत बोझ अकेले वहन कर रहा है। (भाषा)