नई दिल्ली। महिनों से कोरोनावायरस का कहर झेल रहे भारत को अब वैक्सीन के रूप में नई संजीवनी मिल गई है। दुनिया के सबसे बड़े कोरोना टीकाकरण अभियान के पहले दिन देशभर में 3352 सत्रों में 191181 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। टीकाकरण शुरू होने पर देश में उत्सव सा नजारा दिखाई दिया। इस अवसर पर वेबदुनिया टीम द्वारा देश के कई हिस्सों से प्रस्तुत रिपोर्ट...
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मौजूदगी में कोरोनावायरस रोधी टीकाकरण की शुरुआत हुई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शनिवार को राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत होने पर अस्पताल के सफाईकर्मी मनीष कुमार को कोविड-19 का पहला टीका लगाया गया। इसके साथ ही मनीष देश की राजधानी में टीका लगवाने वाले पहले शख्स बन गए। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल को भी टीका लगाया गया। इस दौरान वहां उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर उनकी
सराहना की। इस अवसर पर वहां मौजूद स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि दोनों टीके- भारत बायोटेक का स्वदेश में निर्मित कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका का कोविशील्ड, इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक 'संजीवनी' हैं।
पूरे देश के साथ आज मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन की टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया। प्रदेश के सभी जिलों के 150 वैक्सीनेशन सेंटर पर आज हेल्थ वर्कर्र को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। नौ महीने तक कोरोना महामारी से जूझने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डॉक्टर आज खुशी से झूम उठे तो पहले कोरोना वैक्सीन की अफवाह को खत्म करे लिए हर जिले के बड़े डॉक्टरों ने आगे बढ़कर वैक्सीन लगवाई। 'वेबदुनिया' ने मध्यप्रदेश के 10 बड़े शहरों का जायजा लेकर कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम के पहले दिन की जमीनी हकीकत का जायजा लिया।मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का पहला दिन मिलाजुला रहा।
तमाम दुश्वारियों के चलते आखिरकार 10 माह बाद कोरोना बचाव का टीका आ ही गया। कोरोना से जंग जीतने के लिए 16 जनवरी 2021 शनिवार का दिन मंगल टीके, शुभ टीके का सदा गवाह रहेगा। उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में स्वास्थ्यकर्मियों ने इस टीके को लगवाने में उत्साह दिखाया है। उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज, सरकारी अस्पतालों में इस टीके को लगवाने वाले कोरोना वॉरियर्स में मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल, डॉक्टर, नर्स स्टाफ बॉय और सफाईकर्मी शामिल हैं। लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, मुजफ्फरनगर, आगरा, सहारनपुर समेत संपूर्ण यूपी में दिखा टीकाकरण को लेकर उत्साह।
सबसे ज्यादा केसेस वाले महाराष्ट्र में भी शनिवार को टीकाकरण का काम शुरू हुआ। मुंबई में जेजे अस्पातल के डीन डॉक्टर रंजीत मानकेश्वर तथा जालना सिविल अस्पताल की डॉक्टर पद्मजा सराफ सबसे पहले टीका लगवाने वालों में शामिल रहे। वहीं, कोल्हापुर की स्वास्थ्य कार्यकर्ता अक्षता चोरगे को टीकाकरण के रूप में बर्थडे गिफ्ट मिला। एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के 285 केन्द्रों में टीके लगाए जा रहे हैं, जहां एक दिन में 100 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाएंगे। महाराष्ट्र को 'कोविशील्ड' टीके की 9.63 लाख जबकि 'कोवैक्सीन' टीके की 20 हजार खुराकें मिली हैं।
कोरोनावायरस टीकाकरण (Coronavirus Vaccination) को लेकर जहां पूरे देश में उत्साह है, वहीं टीकाकरण केन्द्रों पर उत्सव जैसा माहौल है। अहमदाबाद के एक ही परिवार के तीन डॉक्टरों ने टीका लगवाया। अहमदाबाद के अलावा गुजरात के अन्य शहरों में भी टीकाकरण को लेकर उत्साह है। गुजरात में टीकाकरण के लिए 40 हजार बूथ बनाए गए हैं। सिविल हॉस्पिटल को अभी तक 1 लाख 20 हजार डोज भेजी गई है। इसके लिए 161 सेंटर बनाए गए। प्रत्येक सेंटर पर एक दिन में 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा।
आंध्रप्रदेश में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की मौजूदगी में टीकाकरण की शुरुआत हुई और पहला टीका महिला सफाईकर्मी बी. पुष्पा कुमारी को लगाया गया। पूरे राज्य में पहली खेप में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीका लगाया गया। दूसरी ओर, राज्य की गृहमंत्री एम. सुचित्रा ने गुंटूर के सरकारी अस्पताल में शनिवार को कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर एमएलए एम. गिरिधर, कलेक्टर सेमुअल आनंद एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। आंध्रप्रदेश में 16 से 20 जनवरी तक पहले दौर का टीकाकरण कार्यक्रम चलेगा। इसके लिए राज्य
सरकार को 4.99 लाख टीके प्राप्त हुए हैं। इनमें 4.77 लाख कोविशील्ड के टीके हैं।
तेलंगाना में भी शनिवार को कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान शुरू हो गया और इसके प्रथम चरण के तहत हैदराबाद में महिला सफाईकर्मियों को कोविड-19 के टीकों की खुराक दी गई। केन्द्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी और तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेन्द्र ने यहां राज्य सरकार द्वारा संचालित गांधी अस्पताल में टीकाकरण अभियान की औपचारिक रूप से शुरुआत की। यहां सफाईकर्मी कृष्णम्मा को सबसे पहला टीका लगाया गया। शनिवार को राज्य के 114 केन्द्रों में टीकाकरण शुरू हो गया। प्रत्येक केन्द्र पर दिनभर में 30 लोगों को टीक लगाया जाना है।
भोपाल के हमीदिया अस्पताल के वार्ड बॉय संजय यादव को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में पहली कोरोना वैक्सीन लगाई गई। मुख्यमंत्री ने पहली वार्ड बॉय संजय यादव से बात कर उनको बधाई भी दी। इस अवसर पर मौके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण किया गया है और लोगों को वैक्सीन को लेकर किसी भी प्रकार के भ्रम में नहीं आना चाहिए।
शनिवार को पूरे देश में कोरोनावायरस टीकाकरण (Coronavirus Vaccination) की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि पहले दौर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ही टीका लगाया जा रहा है, लेकिन वैक्सीन आने की खुशी सभी चेहरों पर आसानी से पढ़ी जा सकती है। इंदौर में पहला टीका आशा पवार नामक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता को लगाया गया है। टीका लगवाने वाली आशा पवार ने बताया कि टीके के प्रभावों को लेकर उनके मन में कोई डर नहीं है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह टीका महामारी से लोगों की जान बचाने में मददगार साबित होगा। टीका लगवाने के बाद पवार (55) ने अंगुलियों से 'विक्टरी साइन' बनाते हुए प्रसन्ना व्यक्त की।
वैक्सीनेशन के देशव्यापी अभियान के आज पहले दिन राज्य के 150 वैक्सीनेशन साइट पर हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण किया गया। आज पहले दिन स्वास्थ्य विभाग ने कुल 15 हजार हेल्थ कोरोना वॉरियर्स की टीकाकरण का लक्ष्य रखा था। इसमें से 9584 हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन हुआ। जबलपुर, इंदौर आगे, भोपाल में टारगेट का 51 फीसदी टीकाकरण। अगर औसत के नजरिए से देखा जाए तो पहले दिन टारगेट का 64 फीसदी लक्ष्य पूरा हुआ। मध्यप्रदेश के CM शिवराज ने कहा- मेरी बारी तीसरे चरण में आएगी।