लखनऊ। उत्तरप्रदेश के नोएडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निरीक्षण के बाद जिला प्रशासन अब बेहद सख्त नजर आ रहा है जिसके चलते नोएडा के जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस का जिम्मेदार ठहराते हुए एक कंपनी पर मुकदमा दर्ज करा दिया है और कंपनी को सील भी कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार नोएडा में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखकर आनन-फानन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल सोमवार को निरीक्षण करते हुए बैठक की थी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी और इसके चलते देर रात जिला अधिकारी पर गाज भी गिर गई थी।
आनन-फानन में मंगलवार सुबह नोएडा जिला प्रशासन ने एक प्राइवेट कंपनी सीजफायर पर मुकदमा पंजीकृत कराते हुए सील कर दिया है। यह मुकदमा स्वास्थ्य विभाग की ओर से लिखवाया गया है।
सूत्रों के अनुसार यह कंपनी नोएडा में स्थित है और इस कंपनी में 16 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे जिसके पीछे जब वजह की जानकारी की गई तो पता चला कि इस कंपनी ने मार्च में विदेश से एक ऑडिटर की टीम बुलाई थी।
माना जा रहा है कि विदेश से आए ऑडिटरों के चलते ही इस कंपनी में 16 कर्मचारी कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित हुए हैं।