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आज से Booster Dose का श्रीगणेश, जानि‍ए बूस्‍टर डोज के बारे में 8 बेहद अहम सवालों के जवाब

हमें फॉलो करें आज से Booster Dose का श्रीगणेश, जानि‍ए बूस्‍टर डोज के बारे में 8 बेहद अहम सवालों के जवाब

नवीन रांगियाल

10 जनवरी से बूस्‍टर डोज लगने की शुरुआत हो रही है, ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो गया है कि बूस्‍टर डोज किसे लगेगा, कब लगेगा और यह कौनसा होगा।

देश में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ रही है। दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब 15 से 18 वर्ष के किशोरों का ​टीकाकरण शुरू हो चुका है। 10 जनवरी से कोरोना वैक्सीन की ‘बूस्टर डोज’ भी लगाई जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज दिए जाने की बात कही है। इसके साथ ही 60 साल से ऊपर के लोगों को भी वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी।

PBNS की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अभी तक 90 प्रतिशत वयस्‍क जनता को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 62 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्हें दोनों डोज दी जा चुकी है। अब बारी है तीसरी डोज की। देश में वैक्सीन की तीसरी खुराक को बूस्टर डोज नहीं ‘एहतियाती खुराक’ कहा गया है।

आइए जानते हैं बूस्‍टर डोज के बारे में कुछ बेहद अहम सवाल, जो आप जानना चाहते हैं।

1. किसे दी जा रही है बूस्टर डोज?
वैक्सीन की यह एहतियाती खुराक अभी सिर्फ फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स को ही लगाई जाएगी। इनकी संख्या करीब 3 करोड़ के आसपास है। इनके अलावा 60 साल से ऊपर के ऐसे बुजुर्ग जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें भी तीसरी डोज दी जाएगी। डॉक्टर से परामर्श लेकर बुजुर्ग तीसरी डोज ले सकते हैं।

2. क्यों है एहतियाती डोज की जरूरत?
फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स कोरोना से सीधी लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे लोगों को वैक्सीन लगे कई महीने हो चुके हैं। क्योंकि देश में जब वैक्सीनेशन शुरू हुई थी तब भी सबसे पहले ही इन्हें ही वैक्सीन लगाई गई थी। समय के साथ इम्युनिटी कम होने लगती है। बुजुर्गों को तीसरी डोज दिए जाने की यह क्रम 9 महीने यानी 39 सप्ताह का होगा, क्योंकि इन्हें सबसे ज्यादा खतरा है।

3. कितने अंतराल पर लगेगी वैक्सीन की तीसरी डोज?
सरकारी नियमों के मुताबिक बूस्टर डोज उन्हें दी जाएगी जिन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज लगे 9 महीने बीत गए हैं। मतलब यह है कि अगर आपने पिछले साल जनवरी से मार्च के बीच दूसरी डोज लगवाई होगी तो आप तीसरी डोज के पात्र होंगे।

4. क्‍या बिना गंभीर बीमारी वाले लगवा सकते हैं तीसरी डोज?
अभी केवल उन्हीं बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे बुजुर्ग अपने डॉक्टर की सलाह पर तीसरी डोज ले सकते हैं। इसके लिए ‘कोमोरबिडिटी सर्टिफिकेट’ जरूरी नहीं होगा।

5. कैसे तय होगी पात्रता?
यदि आप तीसरी डोज के दायरे में आते हैं तो आपको सरकार की ओर से एक मैसेज भेजा जाएगा। तीसरी डोज का यह मैसेज कोविन प्लेटफॉर्म की ओर से भेजा जाएगा।

6. कौन-सी वैक्सीन दी जाएगी?
बूस्टर डोज में वही वैक्सीन दी जाएगी जिसकी पहली दो लगाई गई थी। मान लीजिए पहली दो डोज कोवैक्सीन की ली है तो तीसरी डोज भी कोवैक्सीन की ही लगेगी। अगर पहली दो डोज कोविशील्ड है तो तीसरी डोज भी कोविशील्ड ही होगी।

7. कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?
बूस्टर डोज के लिए अब फिर से रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि कोविन पर आपका अकाउंट बन चुका है। अब बस मैसेज आने के बाद आप कोविन के जरिए बूस्टर डोज के लिए स्लॉट बुक कर सकते हैं।

8. क्‍या बूस्टर डोज का सर्टिफिकेट मिलेगा?
जैसे वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगने पर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट मिला है, ठीक उसी तरह बूस्टर डोज का सर्टिफिकेट भी मिलेगा। वैक्सीन की यह बूस्टर डोज बेहद जरूरी है। इसलिए इससे चूकिए मत। कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने इसकी जरूरत को और बढ़ा दिया है।

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