IMA vs रामदेव : देश के टॉप आयुर्वेदिक अस्पताल में भी एलोपैथी से कोरोना का इलाज, 600 मरीज हो चुके हैं ठीक

Webdunia
गुरुवार, 3 जून 2021 (00:38 IST)
नई दिल्ली। एलोपैथी और डॉक्टरों पर योग गुरु रामदेव की टिप्पणी पर विवाद के बीच सरकार द्वारा संचालित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के प्रमुख ने कहा है कि इस अस्पताल ने चिकित्सा की दोनों पद्धतियों को लागू करके कम से कम 600 कोविड रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। प्रो. तनुजा नेसारी ने कहा कि एक समग्र दृष्टिकोण और आयुर्वेद, एलोपैथी तथा आधुनिक नैदानिक ​​​​तकनीक के एकीकरण ने इसे संभव बनाया है।

हल्के से मध्यम लक्षणों वाले मरीजों को केंद्र सरकार द्वारा संचालित संस्थान में एक कोविड स्वास्थ्य केंद्र में उपचार प्रदान किया जाता है। दिल्ली सरकार के 'दिल्ली कोरोना' ऐप के अनुसार, अस्पताल में वर्तमान में 47 ऑक्सीजन बेड हैं, ये सभी खाली हैं।

अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का उद्घाटन अक्टूबर 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इसमें नैदानिक ​​​​अनुसंधान के लिए 200 बिस्तरों का रेफरल अस्पताल, 25 विशेष विभाग और आठ अंतर-अनुशासनात्मक अनुसंधान प्रयोगशालाओं के साथ 12 क्लीनिक हैं।

आयुर्वेदिक फार्माकोलॉजी में एमडी प्रो नेसारी ने बताया, 94 प्रतिशत से अधिक रोगियों को शुद्ध आयुर्वेदिक उपचार प्रदान किया गया था, लेकिन जरुरत पड़ने पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के दिशानिर्देशों के अनुसार एलोपैथी का उपयोग किया गया था। यही हमारी सफलता का कारण है। हमने एक समग्र और एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया है।उन्होंने कहा कि 600 रोगियों में से लगभग 200 को दूसरी लहर के दौरान भर्ती कराया गया था।
ALSO READ: Coronavirus 3rd Wave: क्या बच्चों को कोरोना से बचा सकता है फ्लू का टीका?
उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह है कि आयुर्वेद और एलोपैथी यहां एक साथ हैं। चाहे आयुर्वेदिक हो या एलोपैथिक, उपचार प्रयोगशालाओं में किए गए परीक्षणों द्वारा निर्देशित होता है। प्रोफेसर नेसारी ने कहा, हम किसी भी दवा को आंख बंद करके नहीं देते हैं। हम हर मामले की बारीकी से निगरानी करते हैं। यह एक आधुनिक अस्पताल है। हमारे पास पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी प्रयोगशालाएं हैं। हम नियमित रूप से सीटी स्कैन, सीआरपी और डी-डिमर जांच करते हैं।
ALSO READ: वुहान की लैब में चीनी विज्ञानियों ने ही बनाया था Coronavirus, नई रिचर्स में सनसनीखेज दावा
नेसारी ने पूर्व में नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड के सीईओ के रूप में काम किया है। उन्होंने कहा कि किस मरीज को किस तरह के इलाज की जरूरत है इसका फैसला आयुर्वेद और एलोपैथी के डॉक्टर संयुक्त रूप से करते हैं। हल्के मामलों में आयुर्वेदिक और एलोपैथिक दोनों दवाओं का उपयोग किया जाता है।
ALSO READ: Coronavirus : खत्म होगी वैक्सीन की किल्लत, देश को मिलेंगे 10 करोड़ डोज
प्रोफेसर नेसारी ने कहा, सबसे पहले हम ऑक्सीजन थेरेपी के साथ आयुर्वेदिक उपचार देते हैं। यदि रोगी की स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो हम एलोपैथी की मदद लेते हैं, जिसमें आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार स्टेरॉयड आदि का उपयोग शामिल है।

संस्थान में 40 आयुर्वेद डॉक्टर और पांच एलोपैथिक डॉक्टर हैं। अस्पताल में एक आईसीयू भी है। एम्स और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टर आवश्यकता पड़ने पर ऑनलाइन परामर्श प्रदान करते हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सिर्फ कड़े कानून से न्यायपूर्ण समाज नहीं बनता, CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने क्‍यों कहा ऐसा...

वंदे भारत को हरी झंडी दिखाने की होड़, ट्रेन के आगे पटरी पर गिरीं BJP विधायक, वीडियो वायरल

Mini Moon की क्या है Mystery, 2 चंद्रमाओं पर क्यों है दुनियाभर की नजरें, क्या भारत में दिखाई देगा

हत्या की नाकाम कोशिश के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- कभी नहीं झुकूंगा, अमेरिकावासियों के लिए लड़ना जारी रखूंगा

क्या फाइनल हो गया दिल्ली के नए CM का नाम, AAP विधायकों की बैठक में हो सकता है ऐलान

सभी देखें

नवीनतम

Jammu and Kashmir Assembly Elections: पहले चरण में 35 हजार से अधिक कश्मीरी पंडित मतदान के पात्र

Atishi Marlena: भोपाल के बैरसिया में खेती भी कर चुकी हैं आतिशी मर्लेना

मनोज जरांगे ने फिर भरी हुंकार, शुरू किया मराठा आरक्षण के लिए अनिश्चितकालीन अनशन

Triumph Speed T4 : Royal Enfield और KTM से टक्कर देने आई सबसे सस्ती ट्रायम्फ बाइक

विश्वकर्मा जयंती पर छग के आवासहीन परिवारों के लिए पीएम मोदी ने किया 2044 करोड़ का ऑनलाइन अंतरण

अगला लेख
More