नई दिल्ली। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली (Delhi) में कोविड-19 (Covid-19) की तीसरी लहर आ चुकी है, जिसके कारण पहले से ज्यादा मामले आ रहे हैं। प्रदूषण, सर्दी के मौसम और त्योहार जैसे कारणों से भी संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के रिकॉर्ड मामले आए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को सबसे ज्यादा 7745 मामले आए और संक्रमितों की संख्या 4,38,529 हो गई।
दिल्ली में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुए ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रदूषण, सर्द मौसम, त्योहार, शादियों के मौसम जैसे कारकों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में लोगों का आना-जाना, जमावड़ा भी बढ़ा है, जिस कारण से संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
उन्होंने कहा, जून और सितंबर में दो बार मामलों में तेज बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में अब तीसरी लहर आ चुकी है जिसके कारण पहले की तुलना में संक्रमण के ज्यादा मामले आ रहे हैं।
क्या दिल्ली में सामुदायिक संक्रमण हो चुका है और क्या त्योहार के दौरान मामले बढ़ेंगे, इस पर स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि त्योहार के समय या शादी के मौसम में जब लोग इकट्ठा होंगे और कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करेंगे तो संक्रमण की दर बढ़ने की आशंका है।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ कमेटी ने हाल में उल्लेख किया था कि दिल्ली के अस्पतालों को रोजाना 15,000 मामलों के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। हालांकि भूषण ने कहा कि 15,000 का आंकड़ा एक अनुमान है और यह निश्चित संख्या नहीं है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के साथ बैठकों में केंद्र ने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा जांच करने और लक्षित समूह की भी जांच करने को कहा है।