नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को केंद्र सरकार पर आपदा में अवसर वाली सरकार होने का आरोप लगाया और कहा कि उसे अपना राजधर्म निभाते हुए कोरोना महामारी से निपटने के लिए जरूरी चिकित्सा उपकरणों को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे से मुक्त करना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह दावा भी किया कि अगर टीकों, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और रेमडेसिविर इंजेक्शन से जीएसटी हटा ली जाए तो जनता एवं राज्य सरकारों को 6,000 करोड़ रुपए का वार्षिक फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि टीके पर 5 फीसदी दर पर जीएसटी ली जा रही है। यह सरकार रेमडेसिविर इंजेक्शन पर 12 फीसदी और ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर पर 12 फीसदी की जीएसटी वसूल रही है। वेंटिलेटर, मेडिकल ऑक्सीजन पर भी 12 फीसदी तथा एम्बुलेंस पर 28 फीसदी की जीएसटी ली जा रही है।
वल्लभ ने कहा कि यह सरकार आपदा में अवसर वाली सरकार है। मेरा सरकार से कहना है कि वह इतनी बेरहम नहीं बने। वह सकारात्मकता का प्रसार करने की बात करती है, लेकिन जीएसटी वसूल रही है। क्या देश के लोगों ने आप (सरकार) पर विश्वास जताकर पाप कर दिया कि उनके साथ आप यह व्यवहार कर रहे हैं?
उन्होंने दावा किया कि टीके, रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर से जीएसटी हटा दी जाए तो देश के लोगों को 6,000 करोड़ रुपए का फायदा होगा। इन 6,000 करोड़ रुपए से 12 लाख ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर खरीदे जा सकते हैं। इतने पैसे में 20 करोड़ लोगों को टीके लगाए जा सकते हैं। इतने पैसे से 6 नए एम्स खोले जा सकते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार से आग्रह किया कि सरकार अपना राजधर्म निभाए और जरूरी चिकित्सा उपकरणों से जीएसटी हटाए। उन्होने कहा कि सिर्फ बातें करने से सकारात्मकता नहीं आएगी, बल्कि इस महामारी से लड़ने के लिए जरूरी कदम उठाने के बाद ही सकारात्मकता की बात हो सकती है। (भाषा)