नई दिल्ली। कई देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले आने के साथ बीमा नियामक इरडा (irda) ने बीमा कंपनियों से कोविड-19 टीके की तीनों खुराक ले चुके लोगों को साधारण और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण पर छूट देने का विचार करने को कहा है।
सूत्रों ने कहा कि इसके साथ ही भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने जीवन और साधारण बीमा प्रदान करने वाली कंपनियों से कोविड संबंधित दावों को यथाशीघ्र भुगतान तथा कागजी काम कम करने को भी कहा है।
पिछले सप्ताह कोविड-19 को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित बैठक में नियामक ने कहा कि बीमा कंपनियों को उन पॉलिसीधारकों को प्रोत्साहन देना चाहिए जो उनके नेटवर्क में आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों के जरिए आरटी-पीसीआर जांच कराते हैं।
सूत्रों के अनुसार इरडा ने बीमा कंपनियों से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के जरिए कोविड महामारी की रोकथाम के लिए अपनाए जाने वाले व्यवहार को प्रोत्साहित करने को कहा।
नियामक ने विदेश यात्रा बीमा के संदर्भ में ऐसी पॉलिसी तैयार करने वालों से विभिन्न देशों में कोविड जांच की जरूरत के बारे में सूचना का प्रचार-प्रसार भी करने को कहा।
सूत्रों ने कहा कि नियामक ने बीमाकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि पैनल में शामिल अस्पताल कोविड-19 को लेकर अस्पताल में भर्ती होने पर जमा राशि नहीं लें। कैशलेस पॉलिसी होने के बावजूद कुछ अस्पतालों ने पहली और दूसरी लहर के दौरान कोविड उपचार के लिए राशि जमा कराने की मांग की थी। भाषा Edited by Sudhir Sharma