जालना (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि ओमिक्रॉन (Omicron) का उप स्वरूप एक्सई घातक नहीं है और राज्य के एकमात्र मामले में बुजुर्ग व्यक्ति में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं था।
जालना में टोपे ने कहा कि मुंबई के 67 वर्षीय एक व्यक्ति पिछले महीने गुजरात में कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। टोपे ने कहा, व्यक्ति छह मार्च को लंदन से आया था और दो ब्रिटिश नागरिकों के संपर्क में रहा था। उन्हें 11 मार्च को हल्का बुखार आया। उन्होंने वडोदरा में ठहरने के दौरान जांच कराई थी और नमूने को जीनोमिक अनुक्रमण के लिए गुजरात जैवप्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र भेजा गया था।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि बुजुर्ग व्यक्ति को 13 मार्च को बुखार हुआ और अगले दिन वह मुंबई लौट आए। टोपे ने कहा कि गुजरात में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए तीन अन्य व्यक्तियों की जांच की गई लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।
उन्होंने कहा, व्यक्ति 20 मार्च से मुंबई में अपने घर पर पृथकवास में रहा। उनमें किसी तरह के लक्षण नहीं थे। उन्होंने टीके की दो खुराक ले रखी थी। नए स्वरूप को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है, यह घातक नहीं है।
गुजरात सरकार के अधिकारियों के मुताबिक गांधीनगर की प्रयोगशाला द्वारा दी गई रिपोर्ट के मुताबिक व्यक्ति एक्सई स्वरूप से संक्रमित मिला। कोलकाता की एक प्रयोगशाला में दोबारा जांच करने पर इस रिपोर्ट की पुष्टि की गई। वहीं 15 से 59 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के लिए बूस्टर खुराक के बारे में पूछे जाने पर टोपे ने कहा कि इस आयु वर्ग के लिए बूस्टर खुराक की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा, लेकिन जो बूस्टर खुराक लेना चाहते हैं, वे इसे निजी अस्पतालों से ले सकते हैं। 15 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर खुराक देने के संबंध में सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है।(भाषा)