नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र सरकार से हाथ जोड़कर अपील की कि दिल्ली को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए और कहा कि कुछ अस्पतालों में कुछ घंटे में ऑक्सीजन खत्म होने वाली है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि दिल्ली में ऑक्सीजन का गंभीर संकट बना हुआ है। मैं एक बार फिर केंद्र से आग्रह करता हूं कि दिल्ली को जल्द से जल्द ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए। कुछ अस्पतालों में कुछ घंटे के लिए ही ऑक्सीजन बची हुई है।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि दिल्ली को तुरंत ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए। सर गंगाराम अस्पताल ने कहा कि उनके पास केवल 8 घंटे के लिए ऑक्सीजन बची हुई है। अस्पताल में कोविड-19 रोगियों के लिए 485 बिस्तर हैं जिनमें से 475 बिस्तर भरे हुए हैं। करीब 120 रोगी फिलहाल आईसीयू में हैं।
इसके अध्यक्ष डीएस राणा ने कहा कि 6,000 घनमीटर ऑक्सीजन बची हुई है और वर्तमान उपभोग की दर से यह रात 1 बजे तक खत्म हो जाएगी। तुरंत आपूर्ति की जरूरत है। उन्होंने रविवार को कोरोनावायरस रोगियों के लिए ऑक्सीजन की कमी को आपातकाल करार दिया था।
केजरीवाल ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा। दिल्ली सरकार ने सोमवार को 24 सदस्यीय समिति का गठन किया था ताकि कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए ऑक्सीजन का उचित इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक ऑक्सीजन ऑडिट समिति इसके उपभोग के बर्बादी वाले क्षेत्रों की पहचान करेगी।
इसमें कहा गया कि काफी संख्या में कोविड-19 से गंभीर रूप से पीड़ित रोगियों के अस्पतालों में भर्ती होने से ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि स्थिति से निपटने में केंद्र को संवेदनशील एवं सक्रिय होना चाहिए ताकि आपूर्ति को लेकर राज्यों में संकट नहीं हो। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन के नोडल मंत्री सिसोदिया ने कहा कि सभी अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी को लेकर उन्हें एसओएस कॉल मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाले लोगों को विभिन्न राज्यों में रोका जा रहा है। (भाषा)