लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से देश के सबसे विशाल राज्य में कोविड-19 संक्रमण के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण है, लेकिन अभी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि छोटी-सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रदेश में साथ मिलकर काम करने से यह परिणाम सामने आया है और जब तक कोविड-19 के लिए किसी प्रभावी दवा अथवा टीके की खोज नहीं कर ली जाती तब तक बचाव ही इसका उपचार है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां लोक भवन में बैठक में अनलॉक-1 व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप को नियंत्रित करने, इसके उपचार के लिए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को राहत पहुंचाने के लिए किए गए प्रबंधों के बेहतर नतीजे मिल रहे हैं।
उन्होंने पिछले दो दिन के दौरान चार मंडलों-बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़ तथा वाराणसी के अपने भ्रमण का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य के सभी क्षेत्रों में कार्य किया गया है और इसके फलस्वरूप प्रदेश बेहतर स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा नियमित तौर पर गश्त की जाए। सामाजिक दूरी का पालन कराने पर विशेष ध्यान दिया जाए। मास्क लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। मास्क का इस्तेमाल न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और वाहनों की जांच की जाए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया गया। बिना लक्षण वाले संक्रमित व्यक्तियों को अस्पताल में रखा गया। इससे संक्रमण को नियंत्रित करने में काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अनलॉक के तहत प्रदान की गई छूट के दौरान पूरी सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप जनता का प्रदेश सरकार पर भरोसा और सुदृढ़ हुआ है।
आदित्यनाथ ने कहा कि लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री के विशेष आर्थिक पैकेज का पूर्ण लाभ लेने का गंभीरता से प्रयास किया जाए। इस पैकेज के माध्यम से भारत सरकार द्वारा दुकानदारों को ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। इसमें समय से ऋण का भुगतान करने पर सब्सिडी की व्यवस्था भी गई है। डिजिटल पेमेंट पर प्रोत्साहन की भी व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचारी रोग से होने वाली मृत्यु की दर में उल्लेखनीय गिरावट लाने में सुदृढ़ निगरानी तंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कोविड-19 की मृत्यु दर में गिरावट लाने के लिए प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। (भाषा)