नई दिल्ली। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने गुरुवार को बताया कि उनके पुत्र आशीष का कोरोनावायरस के संक्रमण से निधन हो गया। आशीष येचुरी पेशे से पत्रकार थे और 9 जून को वे 35 साल के होने वाले थे। वे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में संक्रमण का इलाज करा रहे थे। उनके परिवार से जुड़े करीबी लोगों ने बताया कि 2 सप्ताह तक बीमारी से लड़ने के बाद गुरुवार को सुबह 5.30 बजे आशीष येचुरी ने आखिरी सांस ली।
येचुरी ने ट्विटर पर लिखा कि भारी दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि कोविड-19 से गुरुवार सुबह मैंने अपने बड़े बेटे आशीष येचुरी को खो दिया। मैं उन सभी का, डॉक्टरों, नर्सों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों, सफाईकर्मियों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने हमें हिम्मत दी और उनका उपचार किया तथा संकट के समय में हमारे साथ खड़े रहे।
आशीष ने एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म, चेन्नई से पढ़ाई की थी और उन्होंने दिल्ली में टाइम्स ऑफ इंडिया समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। इसके बाद वे पुणे चले गए। आशीष येचुरी के साथ काम कर चुके पत्रकार उन्हें एक शालीन और जोशीले पत्रकार के रूप में याद करते हैं जिन्हें कई विषयों की गहरी जानकारी थी। वे गहन अध्ययनशील थे।
माकपा पोलित ब्यूरो ने बयान जारी कर आशीष येचुरी के निधन के बारे में बताया और परिवार के प्रति शोक प्रकट किया। बयान के अनुसार हमें यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि आज गुरुवार सुबह (22 अप्रैल को) सीताराम येचुरी और इंद्राणी मजूमदार के पुत्र आशीष येचुरी का निधन हो गया। कोरोनावायरस के संक्रमण की जटिलताओं के कारण उनका निधन हुआ। वे 35 साल के थे। (भाषा)