नई दिल्ली। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मोदी सरकार ने 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने का फैसला किया है। इसे कोरोना से जंग में बड़ा हथियार माना जा रहा है। हालांकि वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। टीकाकरण को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। इस बीच कई मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों ने अपने यहां सभी को मुफ्त टीका देने का ऐलान किया है।
केंद्र के फैसले के बाद सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में लोगों को मुफ्त टीका लगाने का ऐलान किया। इसके बाद देखते ही देखते मध्य प्रदेश, बिहार, असम और छत्तीसगढ़ सरकार ने भी लोगों को मुफ्त टीका देने का फैसला किया।
कैबिनेट की हुई बैठक में योगी सरकार ने फैसला लिया है कि 18 वर्ष पूर्ण कर चुके सभी नागरिकों को सरकारी अस्पताल में कोरोना टीकाकरण निःशुल्क कराया जाएगा। इसकी सारी व्यवस्थाएं व तैयारियां प्रदेश सरकार द्वारा कर ली गई है।
मध्यप्रदेश में 18 साल से उपर के उम्र वाले सभी लोगों को भी मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की आपात बैठक में यह फैसला किया गया। इसके साथ मुख्यमंत्री ने राज्य में टीकाकरण की गति को और तेज करने पर जोर दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी घोषणा की कि राज्य सरकार 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी प्रदेशवासियों का निशुल्क टीकाकरण कराएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट किया, '18 वर्ष एवं इससे ऊपर के सभी बिहार वासियों का मुफ्त टीकाकरण राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत एक मई से की जाएगी और इसका सारा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।'
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का निशुल्क टीकाकरण करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को निशुल्क टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कर खर्च सरकार वहन करेगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे देश में कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण नि:शुल्क होना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए नि:शुल्क टीकाकरण की घोषणा करेंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीकों की 13.22 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। इस बीच अधिकारियों ने आंकड़े पेश कर दावा किया है कि टीकों से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। साथ ही मौत और गंभीर संक्रमण से बचा जा सकता है।